कर्नल दत्ता ने घायल तीतर को गेंदें की पत्तियों का रस पिलाने के लिए कहा। पत्तों का इस्तेमाल कई कामों के लिए होता है। नीचे लिखी पत्तियों का इस्तेमाल किसलिए होता है?
तुलसी |
नीम |
मीठा नीम |
आम |
अमरूद |
तेजपत्ता |
केला |
सागवान |
तुलसी – इसका प्रयोग औषधी, चाय, पूजापाठ आदि में होता है। सर्दी दूर भगाने के लिए यह उपयोगी पत्ती है।
नीम – इसका प्रयोग फोडे-फुंसी, दवाइयों, साबुन आदि में होता है।
मीठा नीम – यह सब्ज़ियों व दालों में प्रयोग होता है। दक्षिण भारतीय खानों में भी इसका प्रयोग होता है।
आम का पत्ता – इसका प्रयोग पूजा, पाठ, हवन इत्यादि में होता है।
अमरूद का पत्ता – इसका प्रयोग औषधी में होता है। इसे चबाने से मूँह के छाले दूर होते हैं। पेट साफ होता है।
तेजपत्ता – इसका प्रयोग गरममसाला, सब्ज़ियाँ, पुलाव आदि बनाने में होता है।
केला – इसका प्रयोग दक्षिण भारत में भोजन की थाली की तरह और पूजा पाठ आदि में होता है।
सागवान – इसका प्रयोग दोने, पत्तल बनाने में, कपड़ों की रंगाई में और इससे खाकी रंग भी बनता है।