कविता के किन उपमानों को देखकर यह कहा जाता है कि उषा कविता गाँव की सुबह का गतिशील शब्दचित्र है?
निम्नलिखित उपमानों को देखकर कहा जाता है कि उषा कविता गाँव की सुबह का गतिशील शब्दचित्र है-
(क) राख से लीपा हुआ चौका
(ख) बहुत काली सिल ज़रा से लाल केसर से
कि जैसे धुल गई हो
(ग) स्लेट पर या लाल खड़िया चाक
मल दी हो किसी ने