कविता की निम्नलिखित पंक्तियाँ पढ़कर बताइए कि इनमें किस ऋतु का वर्णन है।
फूटे हैं आमों में बौर
भौंर वन-वन टूटे हैं।
होली मची ठौर-ठौर
सभी बंधन छूट जाते हैं।
इस कविता में वसंत ऋतु का वर्णन है। यहाँ आम के बौर और होली के त्योहार का वर्णन है।
हिंदी साहित्य के विभिन्न कालों में तुलसी, जायसी, मतिराम, द्विजदेव, मैथिलीशरण गुप्त आदि कवियों ने भी शरद ऋतु का सुंदर वर्णन किया है। आप उन्हें तलाश कर कक्षा में सुनाएँ और चर्चा करें कि पतंग कविता में शरद ऋतु वर्णन उनसे किस प्रकार भिन्न हैं?
(क) कविता पढ़कर बताओ कि यह शरारती जीव घर में कहाँ-कहाँ गया?
(ख) किस तरह की चीज़ों का सबसे ज़्यादा नुकसान हुआ?
(ग) कविता में बहुत से नुकसान गिनाए गए हैं। तुम्हारे हिसाब से इनमें से कौन-सा नुकसान सबसे बड़ा है? क्यों?
(घ) इस कविता में किसकी शैतानियों की बात कही गई है? तुमने कैसे अनुमान लगाया?
The correct statement with regard to H+2 & H−2 is