लेखक ने अपने पाँच मित्रों के जो शब्द-चित्र प्रस्तुत किए हैं, उनसे उनके अलग-अलग व्यक्तित्व की झलक मिलती है। फिर भी वे घनिष्ठ मित्र हैं, कैसे?
लेखक की अपने सभी पाँच मित्रों से मित्रता बोर्डिंग में रहते हुए हुई थी। इन दो वर्षों में उनके मध्य इतनी घनिष्ठता हो गई कि जीवन भर वे साथ रहे। वे सभी हँसमुख थे। उनके इस स्वभाव के कारण वे सभी जीवनभर साथ रहें। अरशद के चेहरे में हँसी विद्यमान रहती थी। हामिद स्वभाव से गप्पी था और अब्बास जब हँसता था, तो वह दिलकश होता था। उनके खुलेपन ने उन्हें आपस में एक कर दिया। इस बंधन से वे कभी अलग नहीं हो पाए।