'लोग कहै, मीरां भइ बावरी, न्यात कहै कुल-नासी' मीरा के बारे में लोग (समाज) और न्यात (कुटुंब) की अलग-अलग धारणाएँ क्यों हैं?
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Solution
लोगों के द्वारा मीरा को बावरी कहा जाता है। इसके पीछे कारण है कि लोग मीरा को कृष्ण प्रेम में डूबा देखते हैं। वह अपनी सुधबुध खोकर कृष्ण की मूर्ति के आगे नृत्य करती हैं। कृष्ण के प्रेम में रंगकर वह अपना घर बार सब छोड़ देती हैं। वह कृष्ण प्रेम में बावली होकर घूमती रहती हैं। इसके विपरीत कुटुंबियों को लगता है कि मीरा ने राज परिवार की नाक कटा दी है। वह एक रानी होकर गली-गली मारी-मारी फिरती है। लाज को छोड़कर वह मंदिरों में खुलेआम नाचती है। साधु-संतों की संगत की हुई है। एक रानी को यह शोभा नहीं देता है। यही कारण है कि लोगों तथा न्यात की अलग-अलग धारणाएँ बनी हुई हैं।