मान लो तुम शेर हो। मक्खी ने तुम्हारे साथ जो कुछ भी किया वह लोमड़ी को बताओ।
लोमड़ी बहन देखो इस मक्खी ने मुझे कितना तंग किया हुआ है। इसने मुझे पूरे दिन सोने नहीं दिया। मेरे मना करने पर और भी तंग कर रही है। जब मैंने मारने की धमकी दी, तो वह लड़ने को तैयार हो गई। वह कभी मेरे माथे, कभी हाथ, कभी नाक, कभी कान पर बैठ जाती है। अपने पंजे से उसे मारने की कोशिश करते-करते मैं खुद ही घायल हो गया हूँ। मैं उससे बड़ा परेशान हूँ। मुझे इससे बचाओ।