'मगध अब कहने को मगध है, रहने को नहीं' – के आधार पर मगध की स्थिति का अपने शब्दों में वर्णन कीजिए।
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Solution
मगध एक शक्तिशाली राज्य के रूप में विद्यमान था। इसकी समृद्धि और ताकत पूरे भारत में मानी जाती थी। लेकिन यह मात्र कहने के लिए था। मगध की जनता शासन व्यवस्था के निरंकुश व्यवहार से परेशान थी। लोगों को सताया जाता था। उन्हें शासन व्यवस्था की अनुचित माँगों के आगे घुटने टेकने पड़ते थे। अतः यह स्थान नागरिकों के लिए अब उचित नहीं था। जब वहाँ की जनता ही वहाँ प्रसन्न नहीं है, तो उसके नाम का कोई महत्व नहीं रहता है। यह स्थान लोगों के रहने के लिए अब बेकार था।