मियाँ नसीरुद्धीन के चेहरे पर किसी दबे हुए अँधड़ के आसार देख यह मजमून न छेड़ने का फैसला किया- इस कथन के पहले और बाद के प्रसंग का उल्लेख करते हुए इसे स्पष्ट कीजिए।
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Solution
लेखिका मियाँ नसीरुद्धीन के परिवार के बारे में जानना चाहती थीं परन्तु जब उसने मियाँ नसीरुद्धीन के चेहरे पर देखा तो उनके हावभाव सही नहीं थे। वे भट्टी सुलगाने के लिए कह रहे थे। अतः वे आगे पूछने की हिम्मत न कर सकीं। वे उसकी बातों से उखड़े लग रहे थे। अतः उसने यही पूछा कि जिसे वे आवाज़ लगा रहे हैं क्या वह उनका शार्गिद है। इसके बाद मियाँ ने बताया कि वह उनका कारीगर है, जिसे काम सिखाने के साथ-साथ मज़दूरी भी देते हैं।