मुर्दा शांति से भर जाना और हमारे सपनों का मर जाना – इनको सबसे खतरनाक माना गया है। आपकी दृष्टि में इन बातों में परस्पर क्या संगति है और ये क्यों सबसे खतरनाक है?
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Solution
मुर्दा शांति से भर जाना ऐसी स्थिति होती है, जब हम किसी भी बात पर मौन धारण कर लेते हैं। तब हम गलत बात पर कुछ नहीं कहते हैं। सब अंधेर अपनी आँखों से होता देखते हैं, जो कि सही नहीं है। इस प्रकार के लोग सही नहीं होते हैं। तभी कवि ने ऐसी स्थिति को खतरनाक माना है। हमारे सपनों का मर जाना यह स्थिति भी खतरनाक है। जब व्यक्ति के सपने मर जाते हैं, तो इसका अभिप्राय है कि जीवन में वह लक्ष्य विहिन हो गया है। जो है, उसी से उसने समझौता कर लिया है। वह संघर्ष के डर से चुप हो जाता है। अतः दोनों ही बातों में संगति है क्योंकि दोनों ही स्थिति जीवन की धारा को रोक देती है।