मुर्दे का हस्तक्षेप क्या प्रश्न खड़ा करता है? प्रश्न की सार्थकता को कविता के संदर्भ में स्पष्ट कीजिए।
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Solution
मगध की शासन व्यवस्था निरंकुश हो चली थी। यहाँ के निवासी डर के मारे कुछ नहीं बोलते थे। उनकी बोलने-समझने की शक्ति क्षीण हो जाती है। वह अत्याचार झेलते हैं लेकिन हस्तक्षेप नहीं करते हैं। वह ऐसे जिंदा हैं, जो मरे के समान है। ऐसी स्थिति में मुर्दा बोलता है क्योंकि उसे डर नहीं लगता है। अब कोई उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। अतः वह प्रश्न करता हुआ प्रतीत होता है कि मनुष्य को डर किससे लगता है।