निम्नलिखित दो परिच्छेदों को पढ़िए और प्रत्येक परिच्छेद के आगे आने वाले प्रश्नों के उत्तर दीजिए। इन प्रश्नों के आपके उत्तर इन परिच्छेदों पर ही आधारित होने चाहिए।
परिच्छेद 1
स्वच्छ वायु लोक कल्याणार्थ है, जिसका आनन्द सभी को लेना चाहिए। शहरी भारत में इसकी उपलब्धता इस बात पर अधिक निर्भर है कि सरकार वाहन उत्सर्जन पर प्रतिबन्ध किस सीमा तक बढ़ाने को इच्छुक है। शहरी भारत की विस्तृत पट्टी पर आस-पास के परिवेश की वायु की अस्वास्थ्यकर गुणवत्ता हेतु वाहन उत्सर्जन भले ही एकमात्र कारक नहीं है, परन्तु एक महत्वपूर्ण कारण अवश्य है। इस मुद्दे को प्रायः यह कह कर अस्वीकार कर दिया जाता है कि समृधि आने तक इसे लंबित रखा जा सकता है। परन्तु जिस सीमा तक शहरी भारत के परिवेशी वायु का स्तर गिर गया है और मानव स्वास्थ्य पर इसका जो प्रभाव पड़ रहा है, हम अब और अधिक विलम्ब नहीं कर सकते हैं। WHO का कहना है कि नई दिल्ली विश्व का सबसे अधिक प्रदूषित शहर है, और इस मामले में इसने चीन की राजधानी बीजिंग को पीछे छोड़ दिया है। कई अन्य भारतीय शहरों की स्थिति भी संभवतः बहुत अच्छी नहीं है। इस सन्दर्भ में यह महत्वपूर्ण है कि हम ईंधन की गुणवत्ता और उत्सर्जन मानकों में शीघ्रता से सुधार करें।
इंजन प्रौद्योगिकी और ईंधन गुणवत्ता संयुक्त रूप से उत्सर्जन गुणवत्ता का निर्धारण करते है। पिछले 15 वर्षों में परिवेशी वायु को बेहतर बनाने हेतु इन दोनों ही पक्षों में विनियमों द्वारा सुधार के प्रयास किये गये हैं। इन्ही प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए पूर्व नियोजित योजना के अनुसार अगले माह के अंत तक 50 शहरों में ईंधन के BS IV मानकों को अपनाया जायेगा। इसी प्रकार, दिल्ली एवं अन्य बड़े शहरों में BS V को अपना लिया जाना चाहिए। इससे कोई अंतर नही पड़ता है कि वाहन उद्योग के समर्थक इसका विरोध करेंगे, बच्चों का स्वास्थ्य अधिक महत्वपूर्ण है। अब चूंकि तेल शोधक संयंत्र डीजल की खुदरा कीमत पर कोई आर्थिक सहायता प्रदान नहीं कर रहे हैं, इसलिए इन तेल शोधक संयंत्रों के पास श्रेष्ठ ईंधन की प्राप्ति हेतु अपने संयंत्रों के उन्नयन से बचने के लिए वित्तीय तंगी का कोई बहाना भी नहीं है। इसके अतिरिक्त, डीजल से होने वाली पर्यावरण क्षति को देखते हुए पेट्रोल की तुलना में डीजल के अधिक उपयोग के लिए दिए जाने वाले टैक्स प्रोत्साहन का भी कोई तुक नहीं बनता। पेट्रोल और डीजल दोनों की कीमतें समान होनी चाहिए। इन उपायों से सभी भारतीयों को लाभ होगा क्योंकि दक्षिण एशिया में मृत्यु दर और स्वास्थ्य पर दबाव के कारकों में बाह्य वायु प्रदूषण का छठा स्थान है।
Q. इस परिच्छेद के अनुसार ‘लोक कल्याणार्थ' से क्या समझा जा सकता है?