(क) कोई छींकता तक नहीं का लाक्षणिक प्रयोग इस संदर्भ में किया हैः शासन व्यवस्था की मनमानी से परेशान है लेकिन फिर भी कोई कुछ प्रतिक्रिया नहीं करता है।
(ख) कोई चीखता तक नहीं का लाक्षणिक प्रयोग इस संदर्भ में किया हैः शासन व्यवस्था की मनमानी से परेशान है लेकिन कोई उसके विरुद्ध मज़बूती से नहीं बोलता।
(ग) कोई टोकता तक नहीं का लाक्षणिक प्रयोग इस संदर्भ में किया हैः शासन व्यवस्था की मनमानी और अत्याचार के प्रति कोई हस्तक्षेप क्यों नहीं करता है। चुपचाप अन्याय सह रहे हैं।