wiz-icon
MyQuestionIcon
MyQuestionIcon
1
You visited us 1 times! Enjoying our articles? Unlock Full Access!
Question

निम्नलिखित पंक्तियों का आशय स्पष्ट कीजिए-
(क) राजे-महाराजों को अपनी पूजा, भोजन, झूठ गप से छुट्टी नहीं।
(ख) सबके जी में यही है कि पाला हमीं पहले छू लें।
(ग) हमको पेट के धंधे के मारे छुट्टी ही नहीं रहती बाबा, हम क्या उन्नति करैं?
(घ) यह तो वही मसल हुई कि एक बेफ़िकरे मँगनी का कपड़ा पहिनकर किसी महफिल में गए।

Open in App
Solution

(क) इस पंक्ति में लेखक ने उस समय के राजा-महाराजों की स्थिति के बारे में कहा है। उस समय के राजा-महाराजा प्रजा की समस्याओं को हल करने के स्थान पर पूजा-पाठ, खाने-पीने तथा बेकार की बातों करने और छट्टियाँ माने में समय नष्ट कर देते थे। अपनी ज़िम्मेदारियों के प्रति उनका व्यवहार उपेक्षा भरा था।

(ख) अर्थात सब यही चाहते हैं कि हमें ही सबकुछ पहले मिले।

(ग) भारतीयों को बस रोजी-रोटी से लेना-देना है। जो मिलता है, उसे में ही वे खुश हो जाते हैं। यही कारण है कि भारतीयों की उन्नति नहीं होती है। जीवन में मात्र पेट भरना ही लक्ष्य नहीं होना चाहिए। हमें कुछ करके दिखाना भी चाहिए।

(घ) यह लेखक ने ऐसे लोगों पर व्यंग्य कसा है कि जो दूसरों के साधनों पर आराम करते हैं। वे स्वयं प्रयास नहीं करते। माँगकर पहनते हैं और उसी में जीवन का रस समझते हैं।

flag
Suggest Corrections
thumbs-up
0
Join BYJU'S Learning Program
similar_icon
Related Videos
thumbnail
lock
Precipitation
GEOGRAPHY
Watch in App
Join BYJU'S Learning Program
CrossIcon