निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए −
'गिरगिट' कहानी के माध्यम से समाज की किन विसंगतियों पर व्यंग्य किया गया है? क्या आप ऐसी विसगतियाँ अपने समाज में भी देखते हैं? स्पष्ट कीजिए।
गिरगिट कहानी के माध्यम से समाज की अनेक विसंगतियों पर व्यंग्य किया गया है। वे इस प्रकार हैं-
1. बेज़ुबान जानवरों पर अत्याचार करना।
2. समाज में चाटुकारिता का बोलबाला। ऐसे व्यक्ति शासन व्यवस्था में चापलूसी करके ऊँचे पदों पर बैठ जाते हैं।
3. अभिजात्य वर्ग या उच्च पदाधिकारियों की गलती को अनदेखा किया जाता है। उन्हें कुछ भी करने की छूट मिल जाती है।
4. आम जनता की अनदेखी और शोषण किया जाता है। उन्हें अन्याय सहना पड़ता है।
5. शासन व्यवस्था में पक्षपात का होना।
हम अपने समाज में भी इस प्रकार की विसंगतियों को देखते हैं। हमारे समाज में जानवरों पर आए दिन अत्याचार होते रहते हैं। चापलूस लोग तरक्की करते हैं और परिश्रमी मुँह देखते रह जाते हैं। अभिजात्य वर्ग या उच्च पदाधिकारियों द्वारा अपने अधिकारों का गलत फायदा उठाया जाता है, जिससे आम जनता को नुकसान उठाना पड़ता है। आम जनता को न्याय के लिए दर भटकना पड़ता है। उनका शोषण किया जाता है। यदि आवाज़ उठाते हैं, तो उन्हें दबा दिया जाता है। शासन व्यवस्था में पक्षपात का भी प्रभाव देखा जाता है। नौकरियों आदि में यह तो प्रायः देखा जा सकता है। उसे ही नौकरी मिलती है, जिसकी पहचान अधिक होती है।