निर्जीव वस्तुओं को मानव-संबंधी नाम देने से निर्जीव वस्तुएँ भी मानो जीवित हो उठती हैं। लेखक ने इस पाठ में कई स्थानों पर ऐसे प्रयोग किए हैं, जैसे-
(क) परंतु इस बार जब मैं हिमालय के कंधे पर चढ़ा तो वे कुछ और रूप में सामने थीं।
(ख) काका कालेलकर ने नदियों को लोकमाता कहा है।
• पाठ से इसी तरह के और उदाहरण ढूँढ़िए।
(i) | संभ्रांत महिला की भाँति वे प्रतीत होती थीं। |
(ii) | हिमालय की इन बेटियों की बाल लीला देखकर। |
(iii) | बूढ़े हिमालय की गोद में बच्चियाँ बनकर ये कैसे खेल करती हैं। |
(iv) | हिमालय को ससुर और समुद्र को दामाद कहने में कुछ भी झिझक नहीं होती है। |