wiz-icon
MyQuestionIcon
MyQuestionIcon
1
You visited us 1 times! Enjoying our articles? Unlock Full Access!
Question

''पानी परात को हाथ छुयो नहिं, नैनन के जल सो पग धोए''

ऊपर लिखी गई पंक्ति को ध्यान से पढ़िए। इसमें बात को बहुत अधिक बढ़ा-चढ़ाकर चित्रित किया गया है। जब किसी बात को इतना बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्तुत किया जाता है तो वहाँ पर अतिशयोक्ति अलंकार होता है। आप भी कविता में से एक अतिशयोक्ति अलंकार का उदाहरण छाँटिए।

Open in App
Solution

''कै वह टूटी-सी छानी हती, कहँ कंचन के अब धाम सुहावत।''

यहाँ अतिश्योक्ति अलंकार है। टूटी सी झोपड़ी के स्थान पर अचानक कंचन के महल का होना अतिश्योक्ति है।


flag
Suggest Corrections
thumbs-up
57
Join BYJU'S Learning Program
similar_icon
Related Videos
thumbnail
lock
Career Path to Enlightenment
HISTORY
Watch in App
Join BYJU'S Learning Program
CrossIcon