पाठ में उनके स्थान पर तत्सम, तद्भव क्षेत्रीय सभी प्रकार के शब्द एक साथ सहज भाव से आए हैं। ऐसी भाषा का प्रयोग करते हुए अपनी प्रिय फ़िल्म पर एक अनुच्छेद लिखें।
'नदिया के पार' मेरी प्रिय फ़िल्म है। यह फ़िल्म गाँव के जीवन को चित्रित करती है। इसमें त्योहार जैसे - फगवा आदि का अति सुंदर चित्रण है। इसमें गाना "कौन दिसा में लेकर चला रे बटोहिया, ठहर ठहर, ये सुहानी-सी डगर ज़रा देखन दे" इत्यादि गानों में से गाँव की मिट्टी की महक आती है। फगवा (होली) का गाना भी गाँव में होली के त्योहार की मस्ती देता है और उसमें भी देशज शब्दों का प्रयोग किया गया है। यह एक प्रेम कहानी है, जो बहुत ही सुंदर तरीके से दिखाई गई है। यह फ़िल्म तथा इसके गाने हृदय की तंत्रिकाओं को छेड़ जाते हैं।