wiz-icon
MyQuestionIcon
MyQuestionIcon
1
You visited us 1 times! Enjoying our articles? Unlock Full Access!
Question

Paragraph for below question
नीचे दिये गये प्रश्न के लिए अनुच्छेद

According to the quantum mechanical model of atom, the electronic distribution of an atom containing a number of electrons is divided into shells. The shells, in turn are thought to consist of one or more subshells and subshells are assumed to be composed of one or more orbitals, which the electrons occupy. The electrons are filled in those orbitals in order of increasing energy in accordance with Pauli exclusion principle and Hund’s rule of maximum multiplicity.

परमाणु के क्वांटम यांत्रिकी प्रतिरूप के अनुसार, बहु इलेक्ट्रॉनों वाले परमाणु में इलेक्ट्रॉनीय वितरण कोशों में विभाजित होता है। यह माना जाता है कि कोश एक या अधिक उपकोशों से बने होते हैं तथा उपकोश एक या अधिक कक्षकों से बने होते हैं जिनमें इलेक्ट्रॉन ग्रहण किए जाते हैं। इलेक्ट्रॉन उन कक्षकों में भरे जाते हैं जो पाउली के अपवर्जन सिद्धान्त तथा हुण्ड की अधिकतम बहुलकता के अनुसार ऊर्जा के बढ़ते क्रम में हों।

Q. For Be3+ ion, the correct order of energy of atomic orbitals is

प्रश्न - Be3+ आयन के लिए, परमाणवीय कक्षकों की ऊर्जा का सही क्रम है


A
5f = 4f > 5d = 4d > 5p = 4p
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
B
5f > 4f > 5d > 4d > 5p > 4p
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
C
5f = 5d = 5p > 4f = 4d = 4p
Right on! Give the BNAT exam to get a 100% scholarship for BYJUS courses
D
5f > 5d > 4f > 5p > 4d > 4p
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
Open in App
Solution

The correct option is C 5f = 5d = 5p > 4f = 4d = 4p
Solution

flag
Suggest Corrections
thumbs-up
0
similar_icon
Similar questions
Q. Paragraph for below question
नीचे दिए गए प्रश्न के लिए अनुच्छेद

The energy of an electron in a multi-electron atom, unlike that of the hydrogen atom, depends not only on its principal quantum number but also on its azimuthal quantum number. That is, for a given principal quantum number, s, p, d, f… subshells have different energies. The main reason for having different energies of the subshells is the mutual repulsion among the electrons in multi-electron atoms.

हाइड्रोजन परमाणु के विपरीत एक बहुइलेक्ट्रॉनीय परमाणु में इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा केवल इसकी मुख्य क्वाण्टम संख्या पर ही निर्भर नहीं करती बल्कि इसकी द्विगंशी क्वाण्टम संख्या पर भी निर्भर करती है। इसलिए एक दी गयी मुख्य क्वाण्टम संख्या के लिए s, p, d, f… उपकोशों की ऊर्जाएं भिन्न-भिन्न होती हैं। उपकोशों की भिन्न भिन्न ऊर्जाओं का मुख्य कारण बहुइलेक्ट्रॉनीय परमाणु में इलेक्ट्रॉनों में पारस्परिक प्रतिकर्षण है।

Q. Maximum number of degenerate orbitals in the second shell of Li2+ ion is

प्रश्न - Li2+ आयन के द्वितीय कोश में समभ्रंश कक्षकों की अधिकतम संख्या है
Q.

Paragraph for below question
नीचे दिये गये प्रश्न के लिए अनुच्छेद

Molecular orbital theory was developed by F. Hund and R. S. Mulliken in 1932. As per this theory, the atomic orbitals of comparable energies and proper symmetry combine to form molecular orbitals. When two atomic orbitals combine, two molecular orbitals one bonding and other antibonding molecular orbitals are formed. The electron density in a bonding molecular orbital is located between the nuclei of the bonded atoms while in the case of antibonding molecular orbital, most of the electron density is located away from the space between the nuclei. Molecules containing unpaired electron(s) in molecular orbitals are paramagnetic in nature.

अणु कक्षक सिद्धान्त 1932 में एफ. हुण्ड तथा आर. एस. मुलिकन द्वारा दिया गया था। इस सिद्धान्त के अनुसार, तुलनीय ऊर्जा तथा उचित सममिति वाले परमाणु कक्षक संयोग करके आणविक कक्षक बनाते हैं। जब दो परमाणु कक्षक संयोग करते हैं, तो दो आणविक कक्षक बनते हैं जिनमें एक आबंधी आणविक कक्षक तथा दूसरा प्रतिआबंधी आणविक कक्षक होता है। आबंधी आणविक कक्षक में इलेक्ट्रॉन घनत्व बंधित परमाणुओं के नाभिकों के मध्य में स्थित होता है जबकि प्रतिआबंधी आणविक कक्षक में अधिकांश इलेक्ट्रॉन घनत्व नाभिकों के मध्य स्थान से दूर स्थित होता है। आणविक कक्षकों में अयुग्मित इलेक्ट्रॉन वाले अणु अनुचुम्बकीय प्रकृति के होते हैं।

Q. Paramagnetic species among the following is

प्रश्न - निम्नलिखित में से अनुचुम्बकीय स्पीशीज है


Q. Paragraph for below question
नीचे दिए गए प्रश्न के लिए अनुच्छेद

The energy of an electron in a multi-electron atom, unlike that of the hydrogen atom, depends not only on its principal quantum number but also on its azimuthal quantum number. That is, for a given principal quantum number, s, p, d, f… subshells have different energies. The main reason for having different energies of the subshells is the mutual repulsion among the electrons in multi-electron atoms.

हाइड्रोजन परमाणु के विपरीत एक बहुइलेक्ट्रॉनीय परमाणु में इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा केवल इसकी मुख्य क्वाण्टम संख्या पर ही निर्भर नहीं करती बल्कि इसकी द्विगंशी क्वाण्टम संख्या पर भी निर्भर करती है। इसलिए एक दी गयी मुख्य क्वाण्टम संख्या के लिए s, p, d, f… उपकोशों की ऊर्जाएं भिन्न-भिन्न होती हैं। उपकोशों की भिन्न भिन्न ऊर्जाओं का मुख्य कारण बहुइलेक्ट्रॉनीय परमाणु में इलेक्ट्रॉनों में पारस्परिक प्रतिकर्षण है।

Q. The correct order of energy of the given orbitals in multi-electronic species is

प्रश्न - बहुइलेक्ट्रॉनीय स्पीशीज में दिए गए कक्षकों की ऊर्जा का सही क्रम है
Q.

Paragraph for below question

नीचे दिये गये प्रश्न के लिए अनुच्छेद

Electrons are precisely distinguished by what are known as quantum numbers. i.e., n, l, ml and ms. n defines the shell. There are n subshells in the nth shell. There are (2l + 1) orbitals of each type in subshell that is, one s-orbital (l = 0), three p orbitals (l = 1), five d orbitals (l = 2) and seven f orbitals (l = 3) per subshell. ml designates the orientation of the orbital and for a given value of l, ml has (2l + 1) values. ms refers to orientation of spin of the electrons.

इलेक्ट्रॉनों को परिशुद्ध रूप से क्वाण्टम संख्याओं अर्थात् n, l, ml एवं ms द्वारा विभेदित किया जाता है। n कोश को परिभाषित करता है। nth कोश में n उपकोश होते हैं। एक उपकोश में प्रत्येक प्रकार के (2l + 1) कक्षक होते हैं जैसे प्रति उपकोश में एक s-कक्षक (l = 0), तीन p कक्षक (l = 1), पाँच d कक्षक (l = 2) तथा सात f कक्षक (l = 3) होते हैं। ml कक्षक के अभिविन्यास को निर्धारित करता है तथा l के दिए गए मान के लिए ml के मान (2l + 1) होते हैं। ms इलेक्ट्रॉनों के चक्रण के अभिविन्यास का निर्धारण करता है।

Q. For an atom of Zn, how many electrons has n + l = 4?

प्रश्न - Zn परमाणु के लिए कितने इलेक्ट्रॉनों के लिए n + l = 4 होता है?


Q. Paragraph for below question
नीचे दिए गए प्रश्न के लिए अनुच्छेद

In crystal field theory, a ligand lone pair is modelled as a point negative charge that repels electrons in the d-orbitals of the central metal ion. The theory concentrates on the resultant splitting of the d-orbitals into groups with different energies, and uses that splitting to rationalize and correlate the optical spectra, magnetic properties, etc of complexes.

क्रिस्टल क्षेत्र सिद्धान्त में, लीगेण्ड के एकांकी युग्म को बिन्दु ऋणावेश के रूप में माना जाता है जो केन्द्रीय धातु आयन के d-कक्षकों में स्थित इलेक्ट्रॉनों को प्रतिकर्षित करते हैं। यह सिद्धान्त d-कक्षकों के विभिन्न ऊर्जाओं वाले समूहों में परिणामी विपाटन पर केन्द्रित होता है तथा इस विपाटन का उपयोग संकुलों के प्रकाशिक स्पेक्ट्रम, चुम्बकीय गुणों इत्यादि की तर्क सहित व्याख्या व इनमें सहसम्बन्ध स्थापित करने में किया जाता है।

Q. In [CoF6]3– complex, the number of electrons present in t2g and eg set of d-orbitals respectively are

प्रश्न - संकुल [CoF6]3– में, d-कक्षकों के t2gतथा eg समुच्चय में उपस्थित इलेक्ट्रॉनों की संख्या क्रमशः हैं
View More
Join BYJU'S Learning Program
similar_icon
Related Videos
thumbnail
lock
Principle Quantum Number
CHEMISTRY
Watch in App
Join BYJU'S Learning Program
CrossIcon