Paragraph for below question
नीचे दिये गये प्रश्न के लिए अनुच्छेद
When an electron from lower energy d orbital is excited to a higher energy d orbital, the energy of excitation corresponds to the frequency of light absorbed. The frequency of the light absorbed is determined by the nature of the ligand. This means that some of the visible spectrum is being removed from white light as it passes through the sample, so the light that emerges is no longer white. The colour of the complex is complementary to that which is absorbed.
जब एक इलेक्ट्रॉन निम्नतर ऊर्जा वाले d कक्षक से उच्च ऊर्जा वाले d कक्षक में उत्तेजित होता है, तो उत्तेजन ऊर्जा अवशोषित प्रकाश की आवृत्ति के संगत होती है। अवशोषित प्रकाश की आवृत्ति का निर्धारण लीगेण्ड की प्रकृति द्वारा किया जाता है। इसका अर्थ है कि नमूने में से सफेद प्रकाश प्रवाहित होने पर इससे कुछ दृश्य स्पेक्ट्रम निष्कासित हो जाता है, अतः निर्गत प्रकाश अधिक समय तक सफेद नहीं रहता। संकुल का रंग अवशोषित रंग का पूरक होता है।
Q. Which complex will absorb the radiation of highest frequency?
प्रश्न - कौनसा संकुल उच्चतम आवृत्ति का विकिरण अवशोषित करेगा?