प्रस्तुत कविता में आदिवासी समाज की इन बुराइयों की ओर संकेत किया गया है।–
1. यह समाज शहरी जीवन से प्रभावित हो रहा है।
2. अब इनके जीवन में उत्साह समाप्त हो रहा है।
3. अब इनका अपने अस्त्रों तथा शस्त्रों से मोह समाप्त हो गया है।
4. अब ये विश्वास की भावना से विहीन हो रहे हैं।