प्रवाल भित्तियाँ प्राकृतिक अवरोध का कार्य करती हैं तथा तूफान, हरिकेन, टाइफून और यहां तक कि सुनामी के समय लहरों की शक्ति को भी कमज़ोर करती हैं।
महान सम्राट अशोक ने घोषणा की कि वह प्रजा के कार्य और हित के लिए 'हर स्थान पर और हर समय' हमेशा उपलब्ध हैं। हमारे समय के शासक/लोक-सेवक इस कसौटी पर कितना खरा उतरते हैं? तर्क सहित लिखिए।
कई जगहों पर गाँवों में औरतें खेतों में भी काम करती हैं। तुम्हारे आसपास की औरतें और लड़कियाँ क्या-क्या काम करती हैं?