wiz-icon
MyQuestionIcon
MyQuestionIcon
7
You visited us 7 times! Enjoying our articles? Unlock Full Access!
Question

Q. Arrange the following newspapers in chronological order of its start from earliest to latest:

Select the correct answer using the codes given below:

Q. निम्नलिखित समाचार-पत्रों को कालानुक्रमिक क्रम (सबसे पहले शुरू होने वाले से बाद के क्रम में) में व्यवस्थित कीजिए: निम्नलिखित कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिए:

A
1-2-3-4
Right on! Give the BNAT exam to get a 100% scholarship for BYJUS courses
B
3-1-4-2
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
C
4-3-2-1
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
D
2-4-1-3
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
Open in App
Solution

The correct option is A 1-2-3-4
Explanation:

Correct Chronological sequence of these newspapers from earliest to latest is: 1-2-3-4.

1- Mirat-ul-Akhbar:
It was the first Journal in Persian in India started by Raja Ram Mohan Roy in 1822. Apart from this, he started Sambad Kaumudi (weekly in Bengali) in 1821.

2- Amrita Bazar Patrika: It was started in 1868 by Sisir Kumar Ghosh and Motilal Ghosh. It was Bengali in the Beginning, later converted into English Daily.

3- Ghadar: It was first published on November 1, 1913, by the Ghadar party as a weekly paper, meaning revolt. The paper was first published in Urdu, then Gurmukhi.

4- Harijan: Harijan (Children of God) newspaper was started by Mahatma Gandhi’ as an English weekly in 1933 with the motive to fight against untouchability and to uplift the social stigma.
Perspective:

Context:
Development of press, education, administrative mechanism during the British rule are important areas from the UPSC preliminary exam perspective. One has to be thorough with these areas to score good marks in the exam.

Statement 1 talks about Mirat-ul-Akhbar which was one of the earliest newspapers started by Raja Ram Mohan Roy (a famous personality and we should remember information related to that personality) so logically he was the reformer of the early 19th century. Even without knowing the exact year of its formation, one can make an intelligent guess that Mirat-ul-Akhbar will be chronologically the earliest newspaper. Hence, just solving one puzzle we can mark the correct answer as there is only one option which starts with Mirat-ul-Akhbar i.e. option (a).

Statement 2: When we read about British oppression on the Indian press we might have come across the story of Amrita Bazar Patrika which turned English paper overnight to avoid prosecution under the Vernacular Press Act, 1878. So, using this information we can conclude that it must be formed before the enactment of the Vernacular Press Act of 1878. Hence, it should be positioned after Mirat-ul-Akhbar.

Statement 3: The Ghadar movement (an important event associated with the freedom movement and hence aspirants should familiarise themselves with it) was started in the first quarter of the 20th century. We know that the revolutionary phase emerged due to lack of confidence of the young on moderates methodology and extremists taking inspiration from Russia, Japan war and World War I. So one can easily conclude that it should be in the third position chronologically. Hence, even without knowing when the Harijan was formed, we could arrange the newspapers in chronological order to arrive at the correct answer that is Option (a).

Statement 4: By observing the name ‘Harijan’, we may infer that it is talking about weaker sections or downtrodden. Further, Mahatma Gandhi when in later phase after suspending Non-Cooperation Movement decided to dedicate himself for upliftment of weaker sections so to spread his idea he started Harijan (Hari- God and Jan- People, thus Harijan is People of God or Children of God), Hence logically it can near about late 1920s.

Alternatively, He was one of the main personalities associated with emancipation of depressed classes (a famous personality and we should remember some important information related to him) who founded this newspaper. Using this information, we can say that statement 4 should be chronologically the latest. This gives us the answer i.e option (a).

व्याख्या:

इन अखबारों का सही कालानुक्रमिक क्रम(सबसे पहले शुरू होने वाले से बाद के क्रम में) है: 1-2-3-4।

1- मिरात-उल-अखबार: यह 1822 में राजा राममोहन राय द्वारा प्रारंभ की गई भारत की फारसी भाषा की पहली पत्रिका थी। इसके अलावा उन्होंने 1821 में संवाद कौमुदी (बंगाली में साप्ताहिक) शुरू किया था।

2- अमृत बाजार पत्रिका: इसे 1868 में शिशिर कुमार घोष और मोतीलाल घोष द्वारा शुरू किया गया था। यह शुरुआत में बंगाली भाषा में था, बाद में यह अंग्रेजी दैनिक में परिवर्तित हो गया।

3- ग़दर: इसे पहली बार ग़दर पार्टी ने एक साप्ताहिक पत्र के रूप में 1 नवंबर, 1913 को प्रकाशित किया था, जिसका अर्थ था विद्रोह। यह पत्र पहले उर्दू, फिर गुरुमुखी में प्रकाशित हुआ था।

4- हरिजन: हरिजन (ईश्वर की संतान) अखबार की शुरुआत महात्मा गांधी द्वारा 1933 में अंग्रेजी साप्ताहिक के रूप में अस्पृश्यता के खिलाफ लड़ने और सामाजिक कलंक को समाप्त करने के उद्देश्य से की गई थी।
परिप्रेक्ष्य:

संदर्भ:
ब्रिटिश शासन के दौरान प्रेस, शिक्षा एवं प्रशासनिक तंत्र का विकास यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के दृष्टिकोण से महत्त्वपूर्ण क्षेत्र हैं। परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए इन क्षेत्रों का समग्र अध्ययन करना चाहिए।

कथन 1 मिरात-उल-अखबार के बारे में बात करता है जो राजा राममोहन राय (एक प्रसिद्ध व्यक्तित्व और हमें उनसे संबंधित जानकारी याद रखनी चाहिए) द्वारा शुरू किए गए प्रारंभिक अखबारों में से एक था, इसलिए तार्किक रूप से वह 19 वीं शताब्दी के प्रारंभिक सुधारक थे। इसकी शुरुआत के सही वर्ष को जाने बिना भी यह अनुमान लगाया जा सकता है कि मिरात-उल-अखबार कालानुक्रमिक रूप से सबसे पुराना समाचार पत्र होगा। इसलिए, केवल एक पहेली को हल करके भी हम सही उत्तर को चिह्नित कर सकते हैं क्योंकि केवल एक ही विकल्प है जो मिरात-उल-अखबार के साथ शुरू होता है जो कि (a) है।

कथन 2: जब हम ब्रिटिश शासन के द्वारा भारतीय प्रेस के दमन के बारे में पढ़ते हैं तो उस दौरान हम अमृत बाज़ार पत्रिका के संबंध में भी पढ़ते हैं जो वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट, 1878 के तहत अभियोजन से बचने के लिए रातों रात अंग्रेजी भाषा के अखबार में परिवर्तित हो गया था। इसलिए, इस जानकारी का उपयोग करके हम यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि इसका प्रकाशन 1878 के वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट के लागू होने से पहले प्रारंभ हुआ होगा। इसलिए, इसे मिरात-उल-अखबार के बाद रखा जाना चाहिए।

कथन 3: ग़दर आन्दोलन (स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ी एक महत्त्वपूर्ण घटना है और इसलिए इसके विषय में जानना चाहिए) 20 वीं सदी की पहली तिमाही में शुरू किया गया था। हम जानते हैं कि क्रांतिकारी चरण का उद्भव नरमपंथी कार्यप्रणाली पर युवाओं के विश्वास की कमी के कारण हुआ, और चरमपंथी रूस, जापान युद्ध और प्रथम विश्व युद्ध से प्रेरणा ले रहे थे। यह निष्कर्ष आसानी से निकाला जा सकता है कि यह कालानुक्रमिक रूप से तीसरे स्थान पर होना चाहिए। इसलिए, यह जाने बिना भी कि हरिजन कब प्रारंभ किया गया था, हम अखबारों को कालानुक्रमिक क्रम में व्यवस्थित कर सकते हैं एवं सही उत्तर के रूप में विकल्प (a) प्राप्त कर सकते हैं।

कथन 4: 'हरिजन' नाम को देखकर, हम समझ सकते हैं कि यह कमजोर वर्गों या दलितों के बारे में बात कर रहा है। इसके अलावा, महात्मा गांधी ने जब असहयोग आंदोलन को स्थगित करने के बाद खुद को कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए समर्पित करने का फैसला किया, तो अपने विचार को फैलाने के लिए उन्होंने हरिजन (हरि-ईश्वर और जन-लोग, अर्थात हरिजन ईश्वर के लोग अथवा ईश्वर की संतान) प्रारंभ किया, इसलिए तार्किक रूप से इसे 1920 के दशक के अंत में प्रारंभ किया गया था।

वैकल्पिक रूप से, वह दलित वर्गों के उत्थान से संबंधित मुख्य हस्तियों में से एक थे (वे एक प्रसिद्ध व्यक्तित्व थे और हमें उनसे जुड़ी कुछ महत्त्वपूर्ण जानकारी याद रखनी चाहिए) जिन्होंने इस अखबार की स्थापना की थी। इस जानकारी का उपयोग करते हुए हम कह सकते हैं कि कथन 4 कालानुक्रमिक रूप से नवीनतम होना चाहिए। यह हमें विकल्प (a) के रूप में उत्तर प्रदान करता है।

flag
Suggest Corrections
thumbs-up
0
similar_icon
Similar questions
View More
Join BYJU'S Learning Program
similar_icon
Related Videos
thumbnail
lock
Poor People and Print
HISTORY
Watch in App
Join BYJU'S Learning Program
CrossIcon