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Question

Q. बौद्ध त्रिपिटक के संदर्भ में, निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए:

रचना विषय-वस्तु
1. विनय पिटक दार्शनिक मामले
2. सुत्त पिटक बुद्ध के उपदेश
3. अभिधम्म पिटक संघ के लिए नियम

उपर्युक्त युग्मों में से कौन-सा/से सही सुमेलित है/हैं?

A

केवल 1 और 2
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B

केवल 2
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C

केवल 2 और 3
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D

1, 2 और 3
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Solution

The correct option is B
केवल 2
व्याख्या:
  • बुद्ध (अन्य शिक्षकों की भांति) चर्चा और बातचीत करते हुए मौखिक स्शिक्षा देते थे, जिसके परिणामस्वरुप इनके उपदेशों उनके जीवनकाल में कही भी लिखित रूप में से दर्ज नहीं किया गया था। उनकी मृत्यु (पांचवीं-चौथी शताब्दी ईसा पूर्व) या महापरिनिर्वाण के पश्चात उनके शिष्यों द्वारा बुद्ध के उपदेशों को वैशाली (वर्तमान बिहार) में आयोजित "ज्येष्ठो" या ज्यादा वरिष्ठ श्रमणों की परिषद में संकलित किया था। इन संकलनों को त्रिपिटक के नाम से जाना जाता था- शब्दार्थ भिन्न प्रकार के ग्रंथों को रखने के लिए ‘तीन टोकरियाँ’।
  • सर्वप्रथम उन्हें पहले मौखिक रूप से ही संप्रेषित किया जाता था और बाद में लिखकर विषय और लम्बाई के अनुसार वर्गीकरण किया गया। विनय पिटक के अंतर्गत संघ या बौद्ध मठों में रहने वाले लोगों के लिए नियमों का संग्रह था। बुद्ध की शिक्षाओं को सुत्त पिटक में शामिल किया गया था; और दर्शन से जुड़े विषय अभिधम्म पिटक के अंतर्गत सम्मिलित किए गए।

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