Q. भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में महात्मा गांधी की भूमिका के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
निम्नांकित कूटों का प्रयोग करके सही उत्तर चुनें।
व्याख्या :
कथन 1 सही है: महात्मा गांधी, जनवरी 1915 में दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे। गोखले की सलाह पर, गांधीजी ने भूमि और इसके लोगों को जानने के लिए तत्कालीन ब्रिटिश भारत की यात्रा में एक वर्ष समय दिया। उनकी पहली प्रमुख सार्वजनिक उपस्थिति फरवरी 1916 में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के उद्घाटन समारोह में थी।
कथन 2 सही है: असहयोग आंदोलन के दौरान हजारों भारतीय जेल गए थे। गांधीजी को मार्च 1922 में गिरफ्तार किया गया, उन पर राजद्रोह का आरोप लगाया गया। फरवरी 1924 में उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया, जिसके बाद उन्होंने अपना ध्यान घर-घर के कपड़े (खादी) के प्रचार और अस्पृश्यता के उन्मूलन के लिए समर्पित कर दिया। गांधीजी एक जितने प्रभावी राजनीतिज्ञ थे उतने ही बड़े एक समाज सुधारक थे। उनका मानना था कि, स्वतंत्रता के योग्य होने के लिए, भारतीयों को बाल विवाह और छुआछूत जैसी सामाजिक बुराइयों से छुटकारा पाना चाहिए। असहयोग आंदोलन समाप्त होने के कई वर्षों बाद, महात्मा गांधी ने अपना काम सामाजिक सुधार पर केंद्रित किया।
कथन 3 सही है: 1928 में, उन्होंने राजनीति में फिर से प्रवेश के बारे में सोचना शुरू किया। उस वर्ष, साइमन कमीशन के खिलाफ एक अखिल भारतीय अभियान शुरू किया गया था, जिसे कॉलोनी की स्थितियों की जांच के लिए इंग्लैंड से भेजा गया था। गांधीजी स्वयं इस आंदोलन में शामिल नहीं हुए, हालांकि उन्होंने प्रदर्शनकारियों को अपना आशीर्वाद दिया