Q. भारत में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के दौरान ‘नमक कर कानून’ के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
व्याख्या :
कथन 1 सही है:
ब्रिटिश शासन के तहत भारत में नमक उत्पादन को नमक कर द्वारा विनियमित किया गया था। इसके अलावा, उच्च कर दर से राज्य को नमक के निर्माण और बिक्री पर एकाधिकार प्रदान हुआ था।
कथन 2 गलत है:
लोगों को घरेलू उपयोग के लिए भी नमक बनाने से मना किया गया था, उन्हें इसे उच्च मूल्य पर दुकानों से खरीदने के लिए मजबूर किया गया था। इसलिए यह भारत में सबसे अनुचित कानूनों में से एक था, क्योंकि नमक हर भारतीय घर में अपरिहार्य था, और नमक पर राज्य का एकाधिकार लोगों के बीच अस्वीकार्य था।
कथन 3 सही है:
इसलिए गांधीजी ने लोगों को जुटाने हेतु नमक को एक केंद्रीय मुद्दा बनाने का फैसला किया। उन्होंने अपने अनुयायियों के साथ मिलकर ऐतिहासिक दांडी मार्च का नेतृत्व किया और 6 अप्रैल 1930 को दांडी के तट पर एक मुट्ठी भर नमक इकट्ठा करके एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया जिसने अंग्रेजों के खिलाफ देशव्यापी सविनय अवज्ञा आंदोलन छेड़ दिया।