Q. Consider the following Events:
What is the correct chronological order (starting from the earliest to the latest) of the above events?
Q. निम्नलिखित घटनाओं पर विचार कीजिए:
उपर्युक्त घटनाओं का सही कालानुक्रमिक क्रम (आरम्भिक से नवीनतम तक) क्या है?
Explanation:
Correct chronology of the given events is:1-2-3-4.
1-Royal Indian Navy Mutiny: In February 1946 the colonial government in India was trying to put down a mutiny that broke out on the ships of the Royal Indian Navy
2- The Great Calcutta Killings of August 1946 began a year of almost continuous rioting across northern and eastern India. The violence culminated in the massacres that accompanied the transfer of populations when the Partition of India was announced.
3- Maharaja of Manipur Signing merger Agreement: few days before Independence
A few days before Independence, the Maharaja of Manipur, Bodhachandra Singh, signed the Instrument of Accession with the Indian government on the assurance that the internal autonomy of Manipur would be maintained. Under the pressure of public opinion, the Maharaja held elections in Manipur in June 1948 and the state became a constitutional monarchy. Thus Manipur was the first part of India to hold an election based on universal adult franchise.
4-Hyderabad’s accession to India: September 1948, Hyderabad, the largest of the Princely States was surrounded entirely by Indian territory.Its ruler carried the title, ‘Nizam’, and he was one of the world’s richest men. The Nizam wanted an independent status for Hyderabad. He entered into what was called the Standstill Agreement with India in November 1947 for a year while negotiations with the Indian government were going on.
व्याख्या:
1-रॉयल इंडियन नेवी विद्रोह: फरवरी 1946 में भारत की औपनिवेशिक सरकार, रॉयल इंडियन नेवी के जहाजों पर छिड़े एक विद्रोह के दमन का प्रयास कर रही थी।
2- अगस्त 1946 में कलकत्ता में हुई भीषण हत्याओं से उत्तरी और पूर्वी भारत में निरंतर दंगों की शुरुआत की। इस हिंसा की परिणति उन नरसंहारों के रूप में हुई, जो भारत के विभाजन की घोषणा के समय आबादी के स्थानांतरण के साथ हुए थे।
3- मणिपुर के महाराजा ने आजादी से कुछ दिन पहले विलय समझौते पर हस्ताक्षर किए:
स्वतंत्रता से कुछ दिन पहले, मणिपुर के महाराजा, बोध चंद्र सिंह ने भारत सरकार के साथ विलय के समझौते पर हस्ताक्षर किए। जिसमें मणिपुर की आंतरिक स्वायत्तता को बनाए रखे जाने का आश्वासन दिया गया। जनमत के दबाव में महाराजा ने जून 1948 में मणिपुर में चुनाव कराए और राज्य एक संवैधानिक राजतंत्र बन गया। इस प्रकार मणिपुर सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार के आधार पर चुनाव कराने वाला भारत का पहला भाग था।
4- हैदराबाद का भारत में विलय: सितंबर 1948 सबसे बड़ी रियासतों में से एक हैदराबाद, पूरी तरह से भारतीय क्षेत्र से घिरी हुई थी। इसके शासक ने 'निज़ाम' की उपाधि धारण की और वह विश्व के सबसे धनी व्यक्तियों में से एक था। निजाम हैदराबाद के लिए एक स्वतंत्र दर्जा चाहता था। उसने नवंबर 1947 में एक वर्ष के लिए भारत के साथ स्टैंडस्टिल एग्रीमेंट में प्रवेश किया, जबकि भारत सरकार के साथ उसकी बातचीत चल रही थी।