Q. Consider the following pairs:
1. Swadesh Bandhab Committee | Ashwini Kumar Dutt |
2. Indian Republican Army | Chandra Shekhar Azad |
3. Naujawan Bharat Sabha | Bhagat Singh |
4. Indian Ambulance Corps | M.K. Gandhi |
1. स्वदेश बांधव समिति | अश्विनी कुमार दत्त |
2. इंडियन रिपब्लिकन आर्मी | चंद्रशेखर आजाद |
3. नौजवान भारत सभा | भगत सिंह |
4. इंडियन एम्बुलेंस कॉर्प्स | एम.के. गांधी |
Explanation:
Pair 1 is correctly matched: Ashwini Kumar Dutta was a Bengali educationist, philanthropist, social reformer and patriot. He joined the Swadeshi movement during the partition of Bengal. He founded the Swadesh Bandhab Samiti to promote the consumption of indigenous products and boycott foreign goods.
Pair 2 is incorrectly matched: The Indian Republican Army was a short-lived revolutionary army that was created by Surya Sen and the Anushilan Samiti organization in 1930. The goal of the army was to liberate the city of Chittagong, Bengal Presidency from the rule of Britishers. Chandra Shekhar Azad was not associated with it (He was part of Hindustan Republican Army).
Pair 3 is correctly matched: The Naujawan Bharat Sabha was organised by Bhagat Singh and his comrade in march 1926 at the suggestion of Dr.Satpal, to educate young people, in methods of extremist politics. The sabha focused on the popularisation of swadeshi goods, the inculcation of a sense of brotherhood, plain living and physical fitness.
Pair 4 is correctly matched: Gandhi encouraged the recruitment of Indian soldiers for service in South Africa with his organization of the Indian Ambulance Corps despite his sympathies for the Boer (dutch farmers) cause. The aim of Gandhi's service to the British Crown in the Anglo-Boer War (1899) was to force the British to recognize Indians as equal citizens of the British Empire.
व्याख्या:
युग्म 1 सही सुमेलित है: अश्विनी कुमार दत्त एक बंगाली शिक्षाविद, परोपकारी, समाज सुधारक और देशभक्त थे।वह बंगाल के विभाजन के दौरान स्वदेशी आंदोलन में शामिल हो गए।उन्होंने स्वदेशी उत्पादों की खपत को बढ़ावा देने और विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार के लिए स्वदेश बांधव समिति की स्थापना की।
युग्म 2 सही सुमेलित नहीं हैं : भारतीय रिपब्लिकन आर्मी एक अल्पकालिक क्रांतिकारी सेना थी जिसे 1930 में सूर्य सेन और अनुशीलन समिति द्वारा गठित किया गया था।इसका का लक्ष्य चिटगांव व बंगाल प्रेसीडेंसी को अंग्रेजों के शासन से मुक्त करना था।चंद्रशेखर आज़ाद इससे नहीं जुड़े थे (वह हिंदुस्तान रिपब्लिकन आर्मी से संबंधित थे)।
युग्म 3 सही सुमेलित है: नौजवान भारत सभा को 1926 में भगत सिंह और उनके साथियों द्वारा डॉ. सतपाल के सुझाव पर गठित किया था।इसका उद्देश्य युवाओं को चरमपंथी गतिविधियों हेतु प्रशिक्षित करना था।स्वदेशी वस्तुओं की लोकप्रियता को बढ़ावा देने,भाईचारे की भावना का समावेश, सादा जीवन और शारीरिक फिटनेस पर यह सभा ध्यान केंद्रित करती थी।
युग्म 4 सही सुमेलित है: गांधी ने बोअर (डच किसानों) के प्रति सहानुभूति के बावजूद इंडियन एम्बुलेंस कॉर्प्स नामक अपने संगठन के माध्यम से दक्षिण अफ्रीका में सेवा करने के लिए भारतीय सैनिकों की भर्ती को प्रोत्साहित किया।एंग्लो-बोअर युद्ध (1899) में ब्रिटिश क्राउन के लिए गांधी की सेवा का उद्देश्य भारतीयों को ब्रिटिश साम्राज्य के समान नागरिक के रूप में मान्यता देने के लिए अंग्रेजों को मजबूर करना था।