Q. Consider the following pairs
Books | Authors |
1. Poverty and UnBritish Rule | Dadabhai Naoroji in India |
2. The Economic History of India | Mahadeo Govind Ranade |
3. Essays on Indian Economics | R. C. Dutt |
Which of the above pairs is/are correctly matched?
Q. निम्नलिखित युग्मों पर विचार करें:
पुस्तकें | लेखक |
1 पावर्टी एंड अनब्रिटिश रूल इन इंडिया | दादाभाई नौरोजी |
2 द इकोनॉमिक हिस्ट्री ऑफ इंडिया | महादेव गोविंद रानाडे |
3 भारतीय अर्थशास्त्र पर निबंध | आर सी दत्त |
उपरोक्त कौन सा/से युग्म सही सुमेलित है/हैं?
Explanation :
Pair 1 is correctly matched: Dada Bhai Naoroji put forward the theory of economic drain in the book Poverty and Unbritish rule in India. In this book , he criticized the British economic theory .
Pair 2 is incorrectly matched: The Economic History of India is a famous book. In this book there is discussion about the economic policy of British. The book was written by R. C. Dutt . He criticized the British Economic Policy in India.
Pair 3 is incorrectly matched: The book Essays on Indian Economics was written by Mahadeo Govind Ranade.
Additional Information:
All these books were related to the Economic Policy of British. Indian nationalist were critical of the economic policy of British. In the book Poverty and Unbritish rule in India, there is discussion about drain of wealth. The drain of wealth checked and retarded capital formation in India while the same portion of wealth accelerated the growth of British economy.
व्याख्या :
युग्म 1 का मिलान सही है ।
दादा भाई नौरोजी ने अपनी पुस्तक पावर्टी एंड अनब्रिटिश रूल इन इंडिया में आर्थिक बहाव के सिद्धांत को सामने रखा जिसमें उन्होंने अंग्रेजों के आर्थिक सिद्धांत की आलोचना की ।
युग्म 2 का मिलान गलत है ।
द इकोनॉमिक हिस्ट्री ऑफ इंडिया एक प्रसिद्ध पुस्तक है। इस पुस्तक में ब्रिटिश की आर्थिक नीति के बारे में चर्चा है। किताब आर सी दत्त ने लिखी थी। उन्होंने भी भारत में ब्रिटिश आर्थिक नीति की आलोचना की।
युग्म 3 का मिलान गलत है।
एस्सेज़ ऑन इंडियन इकोनॉमिक्स किताब महादेव गोविंद रानाडे द्वारा लिखी गई थी।
अतिरिक्त जानकारी:
ये सभी पुस्तकें ब्रिटिश की आर्थिक नीति से संबंधित थीं। भारतीय राष्ट्रवादी अंग्रेजों की आर्थिक नीति के आलोचक थे। पावर्टी एंड अनब्रिटिश रूल इन इंडिया में, धन की निकासी के बारे में चर्चा की गई है।