Q. Consider the following pairs:
Important Pass | Associated River |
1. Rohtang Pass | Ravi River |
2. Shipki La Pass | Sutlej River |
3. Baralacha Pass | Chandra River |
4. Mana Pass | Saraswati River |
महत्वपूर्ण दर्रे | संबंधित नदी |
1. रोहतांग दर्रा | रावी नदी |
2. शिपकी ला दर्रा | सतलुज नदी |
3. बारालाचा दर्रा | चंद्र नदी |
4. माना दर्रा | सरस्वती नदी |
Explanation:
Pair 1 is incorrectly matched: The Beas River originates at an elevation of 14,308 feet (4,361 metres) at Rohtang Pass in the western Himalayas, in central Himachal Pradesh. From there it flows south through the Kullu Valley, receiving tributaries from the flanking mountains, and then turns west to flow past Mandi into the Kangra Valley.
Ravi River originates in the Himalayas in the Chamba district of Himachal pradesh. It is not associated with Rohtang Pass.
Pair 2 is correctly matched: River Sutlej enters Himachal at a place named Shipki La which is located at an altitude of 6,608 metres and then flows right in the South-Western direction passing through places like Kinnaur, Kullu, Shimla, Solan, Bilaspur and Mandi districts.
Pair 3 is correctly matched: The Chandra River originates from a huge snow bed on the south-eastern side of the Baralacha la and assumes a large size. Following a general south-westerly course for about 48 km, the river sweeps round to the west, a further course of 64 km west and north-west takes it to Tandi where it meets the Bhaga river. These tributaries eventually form the Chenab River.
Pair 4 is correctly matched: Saraswati River named after the Goddess of wisdom, Saraswati is a tributary of Alaknanda river that flows in Uttarakhand. It originates at Mana pass (deo tal) . The river meets Alaknanda at Keshav Prayag, near Mana village in Chamoli district. After joining the Saraswati River, Alaknanda merged with Ganga at Devprayag, which was known as Bhagirathi until that point.
व्याख्या:
युग्म 1 सुमेलित नहीं है: ब्यास नदी पश्चिमी हिमालय में(मध्य हिमाचल प्रदेश में) रोहतांग दर्रे से 14,308 फीट (4,361 मीटर) की ऊंचाई से निकलती है।वहाँ से यह कुल्लू घाटी से होकर दक्षिण की ओर बहती है, जहाँ इसमें पहाड़ों से सहायक नदियाँ मिलती है, और फिर पश्चिम की ओर मुड़कर कांगड़ा घाटी से बहते हुए मंडी को पार करती है।
रावी नदी का उद्गम हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में हिमालय से होता है।यह रोहतांग दर्रे से जुड़ा हुआ नहीं है।
युग्म 2 सुमेलित है : सतलुज नदी हिमाचल में शिपकी ला नामक स्थान पर प्रवेश करती है जो 6,608 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है तथा फिर दाएं मुड़कर किन्नौर, कुल्लू, शिमला, सोलन, बिलासपुर और मंडी जिलों से गुजरते हुए दक्षिण-पश्चिम दिशा में बहती है।
युग्म 3 सुमेलित है: चंद्र नदी बारालाचा ला के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में एक विशाल बर्फ के चादर से निकलती है और एक बड़ा आकार ग्रहण करती है।लगभग 48 किमी दक्षिण-पश्चिम मार्ग में बहने के बाद, नदी पश्चिम की ओर घूमती है, 64 किमी पश्चिम और उत्तर-पश्चिम दिशा में बहते हुए टंडी गाँव पहुँचती है जहां इसमें भागा नदी मिलती है।ये सहायक नदियाँ अंततः चिनाब नदी का निर्माण करती हैं।
युग्म 4 सुमेलित है : सरस्वती नदी का नाम ज्ञान की देवी के नाम पर रखा गया, सरस्वती अलकनंदा नदी की एक सहायक नदी है जो उत्तराखंड में बहती है। यह माना दर्रा (देव ताल) से निकलती है। यह नदी चमोली जिले के माणा गांव के पास केशव प्रयाग में अलकनंदा से मिलती है। सरस्वती नदी में शामिल होने के बाद, अलकनंदा देवप्रयाग में गंगा में विलीन हो गई, जो उस स्थान तक भागीरथी के नाम से जानी जाती थी।