Q. Consider the following statement with reference to the National Human Right Commission (NHRC):
Which of the statements given above is/are correct?
Q. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के संदर्भ में निम्नलिखित कथन पर विचार कीजिए:
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Explanation:
The National Human Rights Commission (NHRC) of India was established on 12 October, 1993. The statute under which it is established is the Protection of Human Rights Act (PHRA), 1993, as amended by the Protection of Human Rights (Amendment) Act, 2006. The NHRC is an embodiment of India’s concern for the promotion and protection of human rights. Section 2(1)(d) of the PHRA defines Human Rights as the rights relating to life, liberty, equality and dignity of the individual guaranteed by the Constitution or embodied in the International Covenants and enforceable by courts in India.
Statement 1 is incorrect: NHRC was established in conformity with the Paris Principles, adopted at the first international workshop on national institutions for the promotion and protection of human rights held in Paris in October 1991, and endorsed by the General Assembly of the United Nations.
Statement 2 is correct: If the information or report into complaints of violations of human rights is not received within the time, the Commission may proceed to inquire into the complaint on its own. For example, The National Human Rights Commission, NHRC, India, has taken suo motu cognizance of media reports that the four accused, arrested by the police in connection with the rape and murder of veterinarian doctor in Telangana, have died in an encounter with the police.
Statement 3 is incorrect: The chairperson and members hold office for a term of 3 years or until they attain the age of 70 years.
व्याख्या:
भारत के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) की स्थापना मानवाधिकार संरक्षण अधिनियम (PHRA), 1993 के तहत 12 अक्टूबर, 1993 को की गई थी। इसे मानवाधिकार संरक्षण (संशोधन) अधिनियम 2006 के माध्यम से संशोधित किया गया था। NHRC मानव अधिकारों के प्रचार और संरक्षण के लिए भारत की चिंता का एक प्रतीक है। मानवाधिकार संरक्षण अधिनियम की धारा 2(1)(d) मानव अधिकारों को संविधान द्वारा गारंटीकृत व्यक्ति के जीवन, स्वतंत्रता, समानता और गरिमा से संबंधित अधिकारों के रूप में परिभाषित करती है या जैसा अंतर्राष्ट्रीय अनुबंधों में प्रस्तुत किया गया है साथ ही यह भारत में अदालतों द्वारा प्रवर्तनीय है।
कथन 1 गलत है: NHRC की स्थापना पेरिस सिद्धांतों के अनुरूप की गई थी, जिसे अक्टूबर 1991 में पेरिस में आयोजित मानवाधिकारों के प्रचार और संरक्षण हेतु राष्ट्रीय संस्थानों पर पहली अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला में अपनाया गया था, और संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा इसका समर्थन किया गया था।
कथन 2 सही है: यदि समय पर मानवाधिकारों के उल्लंघन की शिकायतों की सूचना या रिपोर्ट प्राप्त नहीं होती है, तो आयोग स्वयं शिकायत की जांच का संज्ञान ले सकता है। उदाहरण के लिए, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा उन मीडिया रिपोर्टों का स्वत: संज्ञान लिया गया है जिसमें कि तेलंगाना में पशु चिकित्सक के बलात्कार और हत्या के मामले में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों के पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे जाने की बात कही गई थी।
कथन 3 गलत है: इसके अध्यक्ष और सदस्य 3 वर्ष की अवधि के लिए या जब तक वे 70 वर्ष की आयु प्राप्त नहीं कर लेते हैं, तब तक पद धारण करते हैं।