The correct option is C
Both 1 and 2
1 और 2 दोनों
Explanation:
Statement 1 is correct: On Gokhale's advice, Gandhiji spent a year travelling around British India, getting to know the land and its peoples. Gopal Krishna Gokhale was undoubtedly the political guru of Mahatma Gandhi. The two of them first met in 1896 and the connection grew stronger and stronger by the year. Gandhi often wrote to Gokhale from South Africa seeking his advice on matters of politics. Gokhale visited Gandhi in South Africa in 1912, and raised money for his work. Gokhale was the one who persuaded Gandhi to come back to India, invest time in understanding India and engage in the independence struggle.
Statement 2 is correct: The famous American journalist Mr. Louis Fischer came to India in May 1942. He was in India for two months. The world war was in full swing. In the scorching heat of June he spent one week with Gandhiji in this Ashram. Gandhiji gave him one hour daily. Fisher wrote a book "seven days with the Mahatma ''. He also wrote “The life of Mahatma Gandhi '' In this famous book he has described the Ashram life and Gandhi's likes and dislikes in a very touching way.
व्याख्या:
कथन 1 सही है: गोखले की सलाह पर, गांधीजी ने एक वर्ष ब्रिटिश भारत में घूमने में बिताया ताकि यहाँ के भूगोल और लोगों को जान सके। गोपाल कृष्ण गोखले निस्संदेह महात्मा गांधी के राजनीतिक गुरु थे।उन दोनों की पहली मुलाकात 1896 में हुई और यह संबंध साल दर साल मजबूत होता गया। गांधी अक्सर राजनीति के मामलों पर सलाह लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका से गोखले को पत्र लिखते थे।1912 में गोखले ने दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया और गाँधी के काम के लिए पैसे जुटाए।गोखले वही थे जिन्होंने गांधी को भारत वापस आने, भारत को समझने के लिए समय देने और स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने के लिए राजी किया।
कथन 2 सही है: प्रसिद्ध अमेरिकी पत्रकार श्री लुई फिशर मई 1942 में भारत आए।वह दो माह भारत में रहे।यह द्वितीय विश्व युद्ध का समय था।जून की चिलचिलाती गर्मी में उन्होंने गांधीजी के साथ साबरमती आश्रम में एक सप्ताह बिताया।गांधीजी रोजाना उन्हें एक घंटे का समय देते थे। फिशर ने एक पुस्तक लिखी जिसका नाम था "महात्मा के साथ सात दिन" ।उन्होंने "महात्मा गांधी की जीवनी '' भी लिखी।इस प्रसिद्ध पुस्तक में उन्होंने आश्रम के जीवन और गांधी की पसंद और नापसंद का बहुत ही मार्मिक तरीके से वर्णन किया है।