The correct option is A
1 and 2 only
केवल 1 और 2
Statement 1 is correct: According to the early Samkhya philosophy, the presence of divine agency is not essential to the creation of the world. The world owes its creation and evolution more to Nature or prakriti than to God.
Statement 2 is correct: Nyaya, or the school of analysis, was developed as a system of logic. According to it, salvation can be attained through the acquisition of knowledge.
Statement 3 is incorrect: Mimamsa literally means the art of reasoning and interpretation. However, reasoning was used to provide justifications for various Vedic rituals, and the attainment of salvation was made dependent on their performance.
Additional Information:
Salvation or moksha is the central subject of the texts on darshana or philosophy
कथन 1 सही है: प्रारंभिक सांख्य दर्शन के अनुसार, ईश्वरीय या दैवी तत्व की मौजूदगी संसार के सृजन के लिए आवश्यक नहीं है।संसार का सृजन और इसका विकास ईश्वर के बजाय प्रकृति की देन है।
कथन 2 सही है: न्याय दर्शन को तर्क की एक प्रणाली के रूप में विकसित किया गया था।इसके अनुसार ज्ञान प्राप्ति के माध्यम से मोक्ष प्राप्त किया जा सकता है।
कथन 3 गलत है: मीमांसा का शाब्दिक अर्थ है तर्क और विवेचना संबंधी कौशल।हालांकि, तर्क का उपयोग विभिन्न वैदिक अनुष्ठानों के लिए औचित्य प्रदान करने के लिए किया जाता था और मोक्ष प्राप्ति उन अनुष्ठानों के निष्पादन पर निर्भर थी।
अतिरिक्त जानकारी:
मोक्ष या निर्वाण दर्शन का मुख्य विषय है।