Q. Consider the following statements about BSNL’s Narrow Band IoT (NB-IoT) network which was recently in the news:
Which of the statements given above is/are correct?
Q. हाल ही में चर्चा में रहे बीएसएनएल का नैरो बैंड इंटरनेट ऑफ थिंग्स (NB-IoT) नेटवर्क के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
Explanation:
Context:
BSNL, in partnership with Skylotech India, announced a satellite-based narrowband-IoT (NB-IoT) network in India.
Statement 1 is correct: It is the world's first satellite-based narrowband-IoT (NB-IoT) network in India.
Statement 2 is correct: Narrowband IoT (NB-IoT) is a wireless communication standard for the Internet of Things (IoT) belonging to the category of low-power wide-area networks (LPWAN).
Statement 3 is incorrect: NB-IoT can co-exist with 2G, 3G, and 4G mobile networks.
व्याख्या:
संदर्भ:
बीएसएनएल ने स्काईलोटेक इंडिया के साथ साझेदारी में भारत में एक उपग्रह-आधारित नैरोबैंड-IoT (NB-IoT) नेटवर्क की घोषणा की है।
कथन 1 सही है: यह भारत में विश्व का पहला उपग्रह-आधारित नैरोबैंड-IoT (NB-IoT) नेटवर्क है।
कथन 2 सही है: नैरोबैंड IoT (NB-IoT) लो पावर वाइड एरिया नेटवर्क्स (LPWAN) की श्रेणी से संबंधित इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) के लिए एक वायरलेस संचार मानक है।
कथन 3 गलत है: NB-IoT 2G, 3G और 4G मोबाइल नेटवर्क के साथ कार्य कर सकता है।