Q. Consider the following statements regarding Commercial Papers:
Which of the statements given above is/are correct?
Q. वाणिज्यिक पत्रों के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
Explanation: Commercial Paper (CP) is an unsecured money market instrument issued in the form of a promissory note.
Statement 1 is correct: Commercial Papers can be issued for maturities ranging between 7-365 days. Hence, they are termed short term. They have become one of the popular routes for the corporate sector to raise funds when compared with loans from banks.
Statement 2 is incorrect: Commercial Papers are tradable in the money market. Also, the Securities and Exchange Board of India (SEBI) allowed the listing of the Commercial Papers on stock exchanges to broaden investor participation in 2019.
Statement 3 is incorrect: Commercial Paper is an unsecured debt instrument, not equity instruments.
व्याख्या:
वाणिज्यिक पत्र (CP) एक असुरक्षित मुद्रा बाजार साधन है जिसे वचन पत्र के रूप में जारी किया जाता है।
कथन 1 सही है: वाणिज्यिक पत्रों की परिपक्वता अवधि 7-365 दिनों की होती है। इसलिए उन्हें अल्पकालिक कहा जाता है। बैंकों से ऋण लेने की तुलना में धन जुटाने हेतु कॉर्पोरेट क्षेत्र के लिए ये लोकप्रिय मार्गों में से एक बन गए हैं।
कथन 2 गलत है: वाणिज्यिक पत्र मुद्रा बाजार में वाणिज्यिक होते हैं। साथ ही, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने 2019 में निवेशक भागीदारी को व्यापक बनाने के लिए स्टॉक एक्सचेंजों पर वाणिज्यिक पत्रों को सूचीबद्ध करने की अनुमति दी थी।
कथन 3 गलत है: वाणिज्यिक पत्र एक असुरक्षित ऋण साधन है, न कि इक्विटी साधन।