Q. Consider the following statements regarding musical instruments:
Which of the above statements are incorrect?
Q. संगीत वाद्ययंत्र के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
उपर्युक्त कथनों में से कौन से गलत हैं?
Explanation:
According to the Natyashastra of Bharata Muni , there are four classes of musical instruments: Tat or Tantu Vadya (stringed), Avanadh Vadya (percussion or drums), Ghana Vadya (bells, cymbals and gongs), and Sushir Vadya (wind)
Statement 1 is correct: In Sushira Vadya or Wind instruments, the sound is produced by blowing air into a hollow column. For example - Flute, Shehnai, Pungi.
Statement 2 is incorrect: Tata Vadya is String instrument where the sound is produced by the vibration of a string. For example, Veena, Sitar.
Statement 3 is incorrect: Ghana Vadya is the genre of solid instruments that do not require any tuning. They are also called Idiophone instruments. Examples of Ghana Vadya are Manjira, Jaltarang, Kanchtarang, Jhanj, Khartal, etc.
व्याख्या:
भरत मुनि के नाट्यशास्त्र के अनुसार, संगीत वाद्य यंत्रों के चार वर्ग हैं: तत या तंतु वाद्य (तार युक्त), अवनद्ध वाद्य (ढोल या नगाड़ा), घन वाद्य (घंटियाँ, झांझ और खड़ताल), और सुषिर वाद्य (वायु से बजने वाले)
कथन 1 सही है: सुषिर वाद्य या पवन वाद्य यंत्रों में, एक खोखले स्तंभ में फूंकने से ध्वनि उत्पन्न होती है। जैसे- बांसुरी, शहनाई, पुंगी।
कथन 2 गलत है: तत वाद्य तार वाले वाद्य यंत्र है जहाँ ध्वनि तार के कंपन से उत्पन्न होती है। जैसे वीणा, सितार।
कथन 3 गलत है: घन वाद्य ठोस वाद्य यंत्रों की शैली है जिसमें ट्यूनिंग की आवश्यकता नहीं होती है। उन्हें इडियोफोन यंत्र भी कहा जाता है। घन वाद्य के उदाहरण मंजीरा, जलतरंग, कंछतरंग, झांझ, खड़ताल आदि हैं।