Q. Consider the following statements regarding the Chapare Virus, which was recently in the news:
Which of the statements given above is/are correct?
Q. हाल ही में चर्चा में रहे चैपर वायरस के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
Explanation:
The Centers for Disease Control and Prevention (CDC) of the United States of America has recently announced that the Chapare virus can also be transmitted through human-to-human contact.
Statement 1 is correct: Chapare Virus belongs to the same Arenavirus family that is responsible for illnesses such as the Ebola virus disease (EVD). It causes Chapare Hemorrhagic Fever (CHHF).
Statement 2 is correct: Researchers also found fragments of Ribonucleic acid (RNA) associated with Chapare, in the semen of one survivor 168 days after he was infected. Since, this disease spreads if anyone comes in contact with infected body fluids, suggesting that this disease can be sexually transmitted.
Statement 3 is correct: There are no specific drugs to treat the Chapare Hemorrhagic Fever (CHHF), patients generally receive supportive care such as intravenous fluids. The supportive therapy includes maintenance of hydration, management of shock through fluid resuscitation, sedation, pain relief and transfusions.
व्याख्या:
संयुक्त राज्य अमेरिका के रोग नियंत्रण और निवारण केंद्र (CDC) ने हाल ही में घोषणा की है कि चैपर वायरस मानव-से-मानव संपर्क के माध्यम से भी प्रसारित हो सकता है।
कथन 1 सही है: चैपर वायरस उसी एरेनावायरस परिवार से संबंधित है जो इबोला वायरस रोग (EVD) जैसी बीमारियों के लिए जिम्मेदार है। यह चैपर हेमोरेजिक बुखार (CHHF) का कारण है।
कथन 2 सही है: शोधकर्ताओं को संक्रमण के 168 दिनों के बाद जीवित बचे एक व्यक्ति के वीर्य में चैपर वायरस से संबंधित राइबोन्यूक्लिक एसिड (RNA) के टुकड़े भी प्राप्त हुए है। चूँकि, यह बीमारी किसी संक्रमित व्यक्ति के शरीर के तरल पदार्थों के संपर्क में आने पर फैलती है, अतः इससे स्पष्ट होता है कि यह रोग यौन संचारित हो सकता है।
कथन 3 सही है: चैपर हेमोरेजिक बुखार (CHHF) के उपचार के लिए कोई विशिष्ट दवा उपलब्ध नहीं है। अतः रोगियों को आमतौर पर इंट्रावेनस तरल पदार्थ जैसी सहायक चिकित्सा प्रदान की जाती है। सहायक चिकित्सा में जलयोजन संरक्षण, द्रव पुनर्जीवन के माध्यम से शॉक का प्रबंधन, शांतिकर औषधी (Sedation), दर्द निवारक और ट्रांसफ्यूजन शामिल होते हैं।