Q. Consider the following statements regarding the Gupta empire :
Which of the statements given above is/are correct?
Q. गुप्त साम्राज्य के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
ऊपर दिए गए कथनों में कौन सा/से सही है/हैं?
Explanation
Statement 1 is correct
The rulers of Valabhi established their authority in Gujarat and western Malwa. After the reign of Skandagupta, that is, AD 467, hardly any Gupta coin or inscription has been found in western Malwa and Saurashtra. The loss of western India deprived the Guptas of the rich revenues from trade and commerce and crippled them economically
Statement 2 is incorrect
The Gupta Empire was undermined by the rise of the feudatories. The governors appointed by the Gupta Kings in north Bengal and east Bengal tended to become independent. The late Guptas alongside Maukharis rose to power in Bihar and Uttar Pradesh.
Statement 3 is incorrect
The Hunas occupied eastern Malwa and a good portion of Central India where their inscriptions can be found. The intermediate regions of Punjab and Rajasthan also passed under their possession. This significantly reduced the extent of the Gupta empire.
Additional Information
After the middle of the fifth century, the Gupta kings made desperate attempts to maintain their gold currency by reducing the content of pure gold in it, but this proved to be of no avail.
व्याख्या :
कथन 1 सही है: वल्लभी के शासकों ने गुजरात और पश्चिमी मालवा में अपना अधिकार स्थापित किया।स्कन्दगुप्त के शासनकाल के बाद (467 ईस्वी) शायद ही कोई गुप्त युगीन सिक्का या अभिलेख पश्चिमी मालवा और सौराष्ट्र में पाया गया है।पश्चिमी भारत के नुकसान ने व्यापार और वाणिज्य के माध्यम से प्राप्त होने वाले राजस्व से गुप्त साम्राज्य को वंचित कर दिया और उन्हें आर्थिक रूप से अपंग बना दिया।
कथन 2 गलत है: सामंतों के उदय से गुप्त साम्राज्य का पतन हुआ।उत्तर बंगाल और पूर्वी बंगाल में गुप्त राजाओं द्वारा नियुक्त शासक स्वतंत्र हो गए।बिहार और उत्तर प्रदेश में मौखरि शासकों को सत्ता प्राप्त हुई।
कथन 3 गलत है: 485 ईस्वी तक हूणों ने पूर्वी मालवा और मध्य भारत के एक बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया जहाँ उनके अभिलेख पाए जा सकते हैं।पंजाब और राजस्थान के मध्यवर्ती क्षेत्र भी उनके अधिकार में थे।इसने गुप्त साम्राज्य के विस्तार को काफी कम कर दिया।
अतिरिक्त जानकारी:
पांचवीं शताब्दी के मध्य से गुप्त राजाओं ने शुद्ध सोने की मात्रा को कम करके अपनी स्वर्ण मुद्रा को बनाए रखने के प्रयास किए, लेकिन इससे कोई फायदा नहीं हुआ।