Q. Consider the following statements with reference to‘DNA vaccine’, recently in the news:
Which of the following statements given above is/are incorrect?
Q. हाल ही में चर्चा में रहे 'डीएनए वैक्सीन' (DNA vaccine) के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से गलत है/हैं?
A
1 only
केवल 1
Right on! Give the BNAT exam to get a 100% scholarship for BYJUS courses
B
2 only
केवल 2
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
C
Both 1 and 2
1 और 2 दोनों
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
D
Neither 1 nor 2
न तो 1, न ही 2
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
Open in App
Solution
The correct option is A
1 only
केवल 1 Explanation:
Recently, India approved the world's first DNA Covid vaccine. In a DNA vaccine, the virus’ genetic information is transmitted to another molecule that is called the messenger RNA (mRNA).
Statement 1 is incorrect: The DNA Vaccine has been found to be working on both humans and animals. As per the World Health Organization, DNA vaccines are emerging as a new and important method of vaccination for animals. It involves immunization with a plasmid encoding an antigen of the pathogen. Also, scientists say DNA vaccines are relatively cheap, safe and stable. They can also be stored at higher temperatures - 2 to 8C.
Statement 2 is correct: DNA and RNA vaccines have the same goal as traditional vaccines, but they work slightly differently. Instead of injecting a weakened form of a virus or bacteria into the body as with a traditional vaccine, DNA and RNA vaccines use part of the virus’ own genetic code to stimulate an immune response.
व्याख्या:
हाल ही में भारत सरकार ने दुनिया के पहले डीएनए कोविड (DNA Covid) वैक्सीन को मंजूरी दी है | डीएनए वैक्सीन में, वायरस की आनुवंशिक जानकारी दूसरे अणु को प्रेषित की जाती है जिसे मैसेंजर आरएनए (mRNA) कहा जाता है।
कथन 1 गलत है: डीएनए (DNA) वैक्सीन मनुष्यों और जानवरों दोनों पर कारगर पायी गयी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, डीएनए (DNA) के टीके, जानवरों के टीकाकरण हेतु एक नई और महत्वपूर्ण विधि के रूप में उभर रहे हैं। इसमें रोगज़नक़ के प्रतिजन के प्लास्मिड (plasmid) एनकोडिंग के साथ रोग-प्रतिरक्षण शामिल है। वैज्ञानिकों के अनुसार डीएनए (DNA) टीके अपेक्षाकृत सस्ते, सुरक्षित और स्थिर होते हैं। उन्हें उच्च तापमान- 2°C से 8°C पर भी संग्रहीत किया जा सकता है।
कथन 2 सही है: डीएनए (DNA) और आरएनए (RNA) टीकों का लक्ष्य पारंपरिक टीकों के समान है, लेकिन वे थोड़ा अलग तरीके से काम करते हैं। पारंपरिक टीके की तरह शरीर में वायरस या बैक्टीरिया के दुर्बल आकृति/रूप को इंजेक्ट करने की जगह, डीएनए (DNA) और आरएनए (RNA) टीके वायरस के आनुवंशिक कोड के हिस्से का उपयोग कर प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ाते है।