Q. Consider the following statements with reference to the early Vedic period:
Which of the statements given above is/are incorrect?
Q. पूर्व वैदिक काल के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से गलत है/हैं?
Explanation:
The Vedic period (c. 1500 – c. 500 BCE), is the period in the late Bronze Age and early Iron Age of the history of India when the Vedic literature, including the Vedas, was composed in the northern Indian subcontinent.
The Vedic age is divided into two parts: the Early Vedic (1500 BC–1000 BC) and the Later Vedic people (1000 BC–500 BC). Since the Rigveda is considered the oldest of all the Vedas, the early Vedic period, i.e., 1800–1500 BCE, is also called the Rigvedic period.
Statement 1 is correct: The post of chief was not hereditary. The tribe generally elected him. The main function of the chief was to protect the jana and cattle from the enemies. He was helped in his task by the tribal assemblies called sabha, samiti, vidatha, gana and parishad.
Statement 2 is incorrect: It was in the later Vedic period that a rudimentary army emerged as an important element of the political structure during this period. They lived on the taxes called bali, the shulka, and the bhaga offered by the people.
Statement 3 is correct: The early Vedic Aryans were pastoralists. Cattle rearing was their main occupation. They reared cattle, sheep, goats, and horses for the purposes of milk, meat and hides. Cows were thought of as providers of everything. Prayers are offered for an increase in the number of cattle.
व्याख्या:
वैदिक काल (1500 ईसा पूर्व - 500 ईसा पूर्व), भारतीय इतिहास में पूर्व कांस्य युग और प्रारंभिक लौह युग के बीच का काल था, जब वैदिक साहित्य सहित वेदों की रचना उत्तरी भारतीय उपमहाद्वीप में की गई थी।
वैदिक युग को दो भागों में बांटा गया है: पूर्व वैदिक (1500 ईसा पूर्व-1000 ईसा पूर्व) और उत्तर वैदिक (1000 ईसा पूर्व-500 ईसा पूर्व)। चूंकि ऋग्वेद को सभी वेदों में सबसे पुराना माना जाता है, इसलिए पूर्व वैदिक काल अर्थात 1800-1500 ईसा पूर्व को ऋग्वैदिक काल माना जाता है।
कथन 1 सही है: मुखिया का पद वंशानुगत नहीं होता था जिसे सामान्यतः जनजाति अर्थात कबीले द्वारा चुना जाता था। मुखिया का मुख्य कार्य जन और पशुओं को शत्रुओं से बचाना था। सभा, समिति, विदथ, गण और परिषद नामक जनजातीय उन्हें कार्यों को संपन्न करने में सहायता करती थी।
कथन 2 गलत है: उत्तर वैदिक काल की अवधि के दौरान एक अल्पविकसित सेना राजनीतिक संरचना के एक महत्वपूर्ण तत्व के रूप में उभरी। ये बलि, शुल्क और प्रजा द्वारा चढ़ाए जाने वाले भग नामक करों के माध्यम से जीवन यापन करते थे।
कथन 3 सही है: पूर्व वैदिक आर्य पशुपालक थे। पशुपालन उनका मुख्य व्यवसाय था। वे दूध, मांस और खाल के लिए मवेशियों, भेड़ों, बकरियों और घोड़ों को पालते थे। गायों को प्रत्येक वस्तु का प्रदाता माना जाता था। मवेशियों की संख्या में वृद्धि हेतु प्रार्थना की जाती थी।