Q. Consider the following statements with reference to the reactions to partition of Bengal in 1905:
Which of the statements given above is/are correct?
Q. 1905 में हुए बंगाल विभाजन की प्रतिक्रियाओं के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Explanation:
The British Government had made the decision to partition Bengal public in Dec 1903. The official reason given for partition was that Bengal, with a huge population, had become too big to be administered. The actual reason was that the British wanted to weaken the nerve centre of Indian Nationalism that was Bengal. The Government announced the partition of Bengal in July 1905.
Statement 1 is incorrect: Indian National Congress at its Banaras session under the Presidency of Gopal Krishna Gokhale condemned the partition of Bengal.
Statement 2 is correct: On the day the partition formally came into force, a day of mourning throughout Bengal was observed. People fasted and bathed in the Ganga and walked barefoot in processions singing Bande-mataram. Rabindranath Tagore composed the national song Amar Sonar Bangla for the occasion which was sung by the crowds parading the streets.
Statement 3 is incorrect: Many mulslim Zamindars, merchants, lawyers, students and women rose up in spontaneous opposition to the partition of Bengal.
व्याख्या:
ब्रिटिश सरकार ने बंगाल विभाजन के निर्णय को दिसंबर 1903 में सार्वजनिक किया था। इस विभाजन का आधिकारिक कारण बंगाल का प्रशासन था क्योंकि बंगाल की आबादी अत्यधिक हो गई थी। जबकि वास्तविक कारण यह था कि अंग्रेज भारतीय राष्ट्रवाद की शक्ति के केंद्र बंगाल को कमजोर करना चाहते थे। सरकार ने जुलाई 1905 में बंगाल के विभाजन की घोषणा की।
कथन 1 गलत है: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने गोपाल कृष्ण गोखले की अध्यक्षता में बनारस अधिवेशन में बंगाल विभाजन की निंदा की।
कथन 2 सही है: जिस दिन विभाजन औपचारिक रूप से लागू हुआ, उस दिन पूरे बंगाल में इसे शोक दिवस के रूप में मनाया गया। लोगों ने उपवास किया और गंगा में स्नान किया और बंदे-मातरम गाते हुए नंगे पांव जुलूस निकला। रवींद्रनाथ टैगोर ने इस अवसर पर राष्ट्रीय गीत आमार सोनार बांग्ला की रचना की, जिसे सड़कों पर परेड करती भीड़ ने गाया था।
कथन 3 गलत है: कई मुस्लिम जमींदार, व्यापारी, वकील, छात्र और महिलाएं बंगाल के विभाजन के स्वतःस्फूर्त विरोध में उठ खड़े हुए।