The correct option is
A
1 and 2 only
1 और 2 केवल
Explanation:
More than 90 vaccines are being developed against SARS-CoV-2 by research teams in companies and universities across the world. Researchers are trialling different technologies, some of which haven’t been used in a licensed vaccine before.
Statement 1 is correct: Virus vaccines are the most commonly known vaccines. The virus is conventionally weakened or inactivated for a vaccine by either passing it through animal cells or through the use of chemicals like formaldehyde.
Statement 2 is correct: Viral-vector vaccines genetically engineer virus such as measles or adenovirus, so that it can produce coronavirus proteins in the body. These viruses are weakened so they cannot cause disease. There are two types: those that can still replicate within cells and those that cannot because key genes have been disabled.
Statement 3 is incorrect: Nucleic-acid vaccines use genetic instructions (in the form of DNA or RNA) for a coronavirus protein that prompts an immune response. The nucleic acid is inserted into human cells, which then churn out copies of the virus protein; most of these vaccines encode the virus’s spike protein.
Protein-based vaccines directly inject virus proteins into the body to elicit an immune response. The proteins aren’t infectious because they don’t contain genetic material.
स्पष्टीकरण: संपूर्ण विश्व में कंपनियों और विश्वविद्यालयों की अनुसंधान टीमों द्वारा SARS-CoV-2 के उपचार हेतु 90 से अधिक टीके (vaccine) विकसित किए जा रहे हैं। शोधकर्ताओं द्वारा विभिन्न तकनीकों का परीक्षण किया जा रहा हैं, जिनमें से कुछ का पहले लाइसेंसीकृत टीके के रूप में प्रयोग नहीं किया गया है।
कथन 1 सही है: वायरस टीके (vaccine) सर्वाधिक ज्ञात टीके हैं। वायरस वैक्सीन पशु कोशिकाओं एवं केमिकल सोल्यूशन (जैसे फ़ॉर्मेल्डहाइड) से गुजारते हुए वायरस को पारंपरिक रूप से कमजोर या निष्क्रिय कर देती है।
कथन 2 सही है: वायरल-वेक्टर वैक्सीन खसरा (measules) या एडेनोवायरस जैसे आनुवंशिक रूप से इंजीनियर्ड होती हैं, ताकि यह शरीर में कोरोनावायरस प्रोटीन का उत्पादन कर सके। ये वायरस कमजोर होते हैं ताकि शरीर में किसी प्रकार का रोग उत्पन्न नहीं कार सके। इसके दो प्रकार हैं: पहले वे जो कोशिकाओं के अंतर्गत वृद्धि (संख्या में) कर सकते हैं तथा दूसरे वे जो प्रमुख जीन (gene) की अनुपस्थिति के कारण वृद्धि करने में अक्षम होते हैं।
कथन 3 गलत है: न्यूक्लिक-एसिड वैक्सीन, कोरोनोवायरस प्रोटीन जो प्रतिरक्षा प्रणाली को उत्तेजित करता है, के लिए आनुवंशिक तत्वों (DNA या RNA के रूप में) का उपयोग करती है। न्यूक्लिक एसिड को मानव कोशिकाओं में इंजेक्ट किया जाता है, जो वायरस की भांति ही कार्य करता; इनमें से अधिकांश टीके वायरस के स्पाइक प्रोटीन को परिवर्तित करते हैं।
प्रोटीन-आधारित वैक्सीन प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को सक्रीय करने हेतु प्रत्यक्ष रूप से वायरस प्रोटीन को शरीर में इंजेक्ट करती है। ये प्रोटीन आनुवंशिक सामग्री की अनुपस्थिति के कारण संक्रामक नहीं होते हैं।