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Question

Q. For which of the following reasons the Reserve Bank of India (RBI) is called as the ‘lender of last resort’?

Q. निम्नलिखित में से किस कारण से भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) को 'अंतिम ऋणदाता' कहा जाता है ?

A

RBI formulates the fiscal policy of the Government and manages the fiscal deficit for the Government.
आरबीआई, सरकार की राजकोषीय नीति तैयार करता है और सरकार के लिए राजकोषीय घाटे का प्रबंधन करता है।
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B

Insolvent Multi National Companies can avail the loans from the RBI.
दिवालिया होने वाली बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ आरबीआई से ऋण ले सकती हैं।
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C

RBI finances the small and marginal farmers in the country affected by natural calamities.
आरबीआई, प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित देश के छोटे और सीमांत किसानों का वित्तपोषण करता है।
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D

RBI comes to the rescue of a bank that is facing temporary liquidity problems.
आरबीआई ऐसे बैंकों को राहत प्रदान करता है जो अस्थायी तरलता समस्याओं का सामना कर रहे होते हैं।
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Solution

The correct option is D
RBI comes to the rescue of a bank that is facing temporary liquidity problems.
आरबीआई ऐसे बैंकों को राहत प्रदान करता है जो अस्थायी तरलता समस्याओं का सामना कर रहे होते हैं।
Explanation:

The Reserve Bank of India as a ‘Banker to Banks’ will act as the ‘lender of the last resort’. This means that RBI can rescue a bank that is facing temporary liquidity problems by supplying it with much needed liquidity when no one else is willing to extend credit to that bank. This is because to protect the interest of the depositors of the bank and to prevent possible spillover effects on the economy.
Explainer’s Perspective:

Students can easily solve the question by just recalling the basic function or duty of the Reserve Bank of India (RBI).
Option (a) - Students are expected to know that fiscal and monetary policies are two separate fields and are handled by the Union Government and RBI respectively.
Option (b) and (c) - One can eliminate these options by just applying the common knowledge. RBI enables the financial system of the country to provide loans for such entities with the help of various instruments with it, but it will not directly provide loans.
Option (d) seems correct because it is in line with the mandate of the RBI as “Banker to Banks”.

व्याख्या:

भारतीय रिज़र्व बैंक, ‘बैंकों के बैंक' के रूप में 'अंतिम ऋणदाता' के रूप में कार्य करेगा। इसका अर्थ यह है कि आरबीआई ऐसे बैंक जो अस्थायी तरलता की समस्या का सामना कर रहे है, को तरलता की आपूर्ति कर बचा सकता है,जब कोई और उस बैंक को ऋण देने के लिए तैयार नहीं है। इसका कारण बैंक के जमाकर्त्ताओं के हितों की रक्षा करना और अर्थव्यवस्था पर संभावित स्पिलओवर प्रभावों को रोकना है।
एक्सप्लेनर परिप्रेक्ष्य:
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के मूल कार्य या कर्तव्य को स्मरण करके छात्र आसानी से प्रश्न हल कर सकते हैं।
विकल्प (a) - छात्रों से यह जानने की अपेक्षा की जाती है कि राजकोषीय और मौद्रिक नीतियाँ, दो अलग-अलग क्षेत्र हैं और क्रमशः केंद्र सरकार और आरबीआई द्वारा नियंत्रित किए जाते हैं।
विकल्प (b) और (c) - छात्र सामान्य ज्ञान का प्रयोग करके इन विकल्पों को समाप्त कर सकता है। आरबीआई देश की वित्तीय प्रणाली को विभिन्न उपकरणों की मदद से विभिन्न संस्थाओं को ऋण प्रदान करने में सक्षम बनाता है, लेकिन यह सीधे ऋण प्रदान नहीं करेगा।
विकल्प (d) सही लगता है क्योंकि यह आरबीआई के ‘बैंकों के बैंक' के उद्देश्य के अनुरूप है।

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