Q. In AD 1220, Iltutmish turned away Jalaluddin Mangbarani, the son of the Shah of Khwarizm from seeking shelter at his court. This was done mainly:
Q. 1220 ई. में इल्तुतमिश ने ख्वारिज्म के शाह के पुत्र जलालुद्दीन मंगबरनी को अपने दरबार में आश्रय देने से इंकार कर दिया। ऐसा मुख्य रूप से इसलिए किया गया था क्योंकि:
Explanation: After Qutub-ud-Din Aibak’s death, Iltutmish annexed the throne in 1210. Shamsuddin Iltutmish was the real founder of the Delhi Sultanate. He shifted the capital from Lahore to Mehrauli.
Option d is correct: In AD 1220, when Chenghiz Khan destroyed the Khwarizm expire, Iltutmish realised the political necessity of avoiding a confrontation with the Mongols.Thus, when Jalaluddin Mangbarani, the son of the Shah of Khwarizm, while escaping from the Mongols, sought shelter at Iltutmish’s court, Iltutmish turned him away. He thus saved the Sultanate from destruction by the Mongols.
व्याख्या: कुतुब-उद-दीन ऐबक की मृत्यु के बाद, इल्तुतमिश ने 1210 में सत्ता पर कब्जा कर लिया। शम्सुद्दीन इल्तुतमिश दिल्ली सल्तनत का वास्तविक संस्थापक था। उसने राजधानी को लाहौर से महरौली स्थानांतरित किया।
विकल्प d सही है: 1220 ई. में, जब चंगेज खान ने ख्वारिज्म साम्राज्य को समाप्त कर दिया, इल्तुतमिश ने मंगोलों के साथ टकराव से बचने की राजनीतिक आवश्यकता को महसूस किया।अतः जब ख्वारिज्म के शाह के पुत्र जलालुद्दीन मंगबरानी ने मंगोलों से भागकर इल्तुतमिश के दरबार में शरण मांगी, तो इल्तुतमिश ने उसे शरण देने से इंकार कर दिया। इस प्रकार उसने सल्तनत को मंगोलों के विनाश से बचाया।