The correct option is C
A public space meant to provide temporary accommodation to travellers, pilgrims, merchants, traders etc
यात्रियों, तीर्थयात्रियों, महाजनों, व्यापारियों आदि को अस्थायी आवास प्रदान करने हेतु एक सार्वजनिक स्थल |
Explanation:
Option (a) is incorrect: Shehna was an officer in charge of the market to see that no one violated the royal orders.
Option (b) is incorrect: Shulka during the Gupta period was a royal share of merchandise that was brought into a town or harbor by merchants. Thereforem it can also be equated with customs and tolls.
Option (c) is correct: A hugely interesting feature of medieval India was the sarais, which ringed cities and dotted the vast space of the Indian subcontinent. Sarais were largely built on a simple square or rectangular plan and were meant to provide temporary accommodation to Indian and foreign travelers, pilgrims, merchants, traders, etc. In effect, sarais were public domains which were thronged with people of varied cultural backgrounds. This led to cross-cultural interaction, influences and syncretic tendencies in the cultural mores of the times and at the level of the people.
Option (d) is incorrect: During the Gupta period, the Agrahara grants were restricted to Brahmins only. These grants were meant to be perpetual, hereditary and tax-free, accompanied by the assignment of all land revenue.
व्याख्या:
विकल्प (a) गलत है: शहना बाजार का प्रभारी अधिकारी होता था, उसका कार्य यह देखना होता था कि कोई शाही आदेशों का उल्लंघन नहीं करे।
विकल्प (b) गलत है: शुल्क, गुप्त काल के दौरान उन वस्तुओं का एक शाही हिस्सा होता था जिसे व्यापारी एक शहर या बंदरगाह में लाते थे। इसलिए इसकी तुलना सीमा शुल्क और राहदारी (tolls) से भी की जा सकती है।
विकल्प (c) सही है: मध्यकालीन भारत की एक बेहद दिलचस्प विशेषता सराय थी, जो शहरों के चारों ओर होती थी और भारतीय उपमहाद्वीप के विशाल स्थान में कई जगहों पर मौजूद थी। सराय मुख्य रूप से एक साधारण वर्ग या आयताकार ढाँचे पर बनाए गए थे तथा भारतीय और विदेशी यात्रियों, तीर्थयात्रियों, महाजनों, व्यापारियों आदि को अस्थायी आवास प्रदान करने के लिए थे। वस्तुतः, सराय सार्वजनिक क्षेत्र के लोगों के लिए खुले हुए एवं विभिन्न सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के लोगों से भरे हुए होते थे। इसके परिणामस्वरूप लोगों के स्तर पर और उक्त काल के सांस्कृतिक रीति-रिवाजों में परस्पर-सांस्कृतिक संपर्क, प्रभाव और समकालिक प्रवृत्तियाँ देखी गई।
विकल्प (d) गलत है: गुप्त काल के दौरान अग्रहार अनुदान केवल ब्राह्मणों तक ही सीमित था। ये अनुदान सभी भू-राजस्व सौंपने के साथ, चिरस्थायी, वंशानुगत और कर-मुक्त होते थे।