Q. In the context of Ancient Indian literature, consider the following pairs.
Text | Language |
1. Ashtadhyayi | Tamil |
2. Gathasaptasati | Prakrit |
3. Amuktamalyada | Telugu |
4. Vinaya Pitaka | Sanskrit |
5. Vikramorvasiyam | Pali |
पुस्तक | भाषा |
1. अष्टाध्यायी | तमिल |
2. गाथासप्तशती | प्राकृत |
3. अमुक्तमल्यदा | तेलुगू |
4. विनय पिटक | संस्कृत |
5. विक्रमोर्वशीयम् | पाली |
Explainer’s Perspective: This question looks factual but is actually based on common sense. Students are expected to know that the tripitakas (Sutta Pitaka, Vinaya Pitaka and Abhidhamma Pitaka) are related to Buddhism. Now students can easily recall that in order to reach the masses, the religion used languages such as Prakrit and Pali which were spoken by the masses. So, Vinaya Pitaka must not be written in Sanskrit language. By eliminating the match 4, the answer is (b). |
एक्सप्लेनर परिप्रेक्ष्य: यह प्रश्न तथ्यात्मक लगता है लेकिन वास्तव में सामान्य ज्ञान पर आधारित है। छात्रों से यह जानने की अपेक्षा की जाती है कि त्रिपिटक (सुत्त पिटक, विनय पिटक और अभिधम्म पिटक) बौद्ध धर्म से संबंधित हैं। अब छात्र आसानी से याद कर सकते हैं कि जनता तक पहुँचने के लिए, बौद्ध धर्म ने प्राकृत और पाली जैसी भाषाओं का प्रयोग किया जो जनता द्वारा बोली जाती थी। इसलिए, विनय पिटक को संस्कृत भाषा में नहीं लिखा जाना चाहिए। युग्म 4 को समाप्त करके, उत्तर विकल्प (b) प्राप्त होता है। |