The correct option is A
2-1-3-4
Explanation:
2. AITUC was founded on 31 October 1920 with Lala Lajpat Rai as its first president in Bombay by Lala Lajpat Rai, Joseph Baptista, N. M. Joshi, Diwan Chaman Lall and a few others and, until 1945 when unions became organised on party lines, it was the primary trade union organisation in India.
1.The League against Imperialism and Colonial Oppression (Brussels Conference) was a transnational anti-imperialist organization in the interwar period. It was established in the Egmont Palace in Brussels, Belgium, on February 10, 1927, in the presence of 175 delegates from around the world.
3.Batukeshwar Dutt and Shaheed Bhagat Singh bombed the Central Legislative Assembly on April 8, 1929. In order to court arrest, in 1929, Shaheed Bhagat Singh and Batukeshwar Dutt threw handouts containing political messages and smoke bombs at the Delhi Central Legislative Assembly.
4. It was during the December,1929 Lahore session of the Indian National Congress that the declaration of Poorna Swaraj (complete freedom) was made. Once the complete Independence declaration was made, the date of 26th January was then decided as the Independence Day. Every year, since then, the 26th of January was celebrated as Independence Day in India. From 1930 to 1946, the day was celebrated each year by the Congress members, freedom fighters and even the common man.
व्याख्या:
2. AITUC का गठन: AITUC की स्थापना 31 अक्टूबर 1920 को बॉम्बे में लाला लाजपत राय,जोसेफ बैप्टिस्टा, एन.एम. जोशी, दीवान चमन लाल और कुछ अन्य लोगों द्वारा की गयी थी।लाला लाजपत राय इसके प्रथम अध्यक्ष थे। 1945 तक पार्टी लाइनों पर यूनियनों का गठन होने से पूर्व तक, यह भारत में मुख्य ट्रेड यूनियन थी।
1 .साम्राज्यवाद विरोधी लीग: साम्राज्यवाद और औपनिवेशिक उत्पीड़न विरोधी लीग (ब्रुसेल्स सम्मेलन) एक पारदेशीय साम्राज्यवाद-विरोधी संगठन था।इसकी स्थापना 10 फरवरी, 1927 को ब्रुसेल्स के एग्मोंट पैलेस (बेल्जियम) में हुई, जिसमें दुनिया भर से 175 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था।
3 . सेंट्रल असेंबली में बम फेंका जाना : बटुकेश्वर दत्त और शहीद भगत सिंह ने 8 अप्रैल, 1929 को केंद्रीय विधान सभा में बम फेंका।1929 में, शहीद भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने दिल्ली की सेंट्रल लेजिस्लेटिव असेंबली में राजनीतिक संदेश वाला पर्चा और धुंआ फ़ैलाने वाला बम फेंका।
4. प्रथम स्वतंत्रता दिवस मनाया जाना : पूर्ण स्वतंत्रता की घोषणा के बाद, प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय किया गया।1930 से 1946 तक, प्रत्येक वर्ष इस दिन को कांग्रेस सदस्यों, स्वतंत्रता सेनानियों और यहां तक कि आम आदमी द्वारा स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता था।