The correct option is C
Mahalwari system
महलवारी प्रणाली
Explanation:
Option (a) is incorrect: The permanent settlement was introduced in 1793 by Lord Cornwallis and has been practiced in Bengal, Bihar, Orissa, parts of Northern Karnataka, Varanasi and some other areas. It wasn’t introduced by the government of Lord William Bentinck.
Option (b) is incorrect: The Ryotwari system was introduced by Sir Thomas Munro, Governor of Madras in 1820. Later, this revenue system extended to the Madras and Bombay areas, as well as Assam and Coorg provinces. The taxes were directly collected by the government from the peasants (ryots). It wasn’t introduced by the government of Lord William Bentinck.
Option (c) is correct: The Government of Lord William Bentinck, Governor General of India (1828 to 1835), introduced the Mahalwari Land Revenue System in 1833. This system was designed in the North-West Frontier of Bengal Province by Holt Macenzie and later introduced in areas of Central Province, Gangetic Valley, Punjab. Recognizing the importance of the village, the system divided the land into Mahals (Village or Village Group) for calculation and payment of land revenue. This demand was to be revised periodically, not permanently fixed. The charge of collecting the revenue and paying it to the Company was given to the village headman(lambardar), rather than the zamindar.
Option (d) is incorrect: Permanent settlement and Zamindari system are the same land revenue system, therefore, it is not the correct answer.
व्याख्या:
विकल्प (a) गलत है: स्थायी बंदोबस्त 1793 में लॉर्ड कार्नवालिस द्वारा शुरू किया गया और बंगाल, बिहार, उड़ीसा, उत्तरी कर्नाटक के कुछ हिस्सों, वाराणसी तथा कुछ अन्य क्षेत्रों में इसे लागू किया गया।इसे लॉर्ड विलियम बेंटिक की सरकार द्वारा शुरू नहीं किया गया था।
विकल्प (b) गलत है: 1820 में मद्रास के गवर्नर सर टॉमस मुनरो द्वारा रैय्यतवाड़ी प्रणाली की शुरुआत की गई थी।बाद में, इस राजस्व प्रणाली का विस्तार मद्रास और बॉम्बे क्षेत्रों के साथ-साथ असम और कूर्ग प्रांतों में किया गया।सरकार द्वारा किसानों (रैयतों) से लगान सीधे वसूले जाते थे।इसे लॉर्ड विलियम बेंटिक की सरकार द्वारा शुरू नहीं किया गया था।
विकल्प (c) सही है: 1828 से 1835 तक भारत के गवर्नर जनरल रहे लॉर्ड विलियम बेंटिक की सरकार ने 1833 में महलवारी भूमि राजस्व प्रणाली की शुरुआत की।इस प्रणाली की रूप-रेखा होल्ट मैकेंज़ी द्वारा बंगाल प्रांत के उत्तर-पश्चिम सीमान्त में तैयार किया गया और बाद में इसे मध्य प्रांत, गंगा घाटी, पंजाब के क्षेत्रों में लागू किया गया।गाँव के महत्व को समझते हुए, प्रणाली ने भूमि राजस्व की गणना और भुगतान के लिए भूमि को महालों (गाँव या गाँव समूह) में विभाजित किया।लगान को समय-समय पर संशोधित किया जाता था। यह स्थायी रूप से तय नहीं किया गया था।राजस्व एकत्र करने और कंपनी को इसका भुगतान करने का प्रभार जमींदार के बजाय गांव के मुखिया (लंबरदार) को दिया गया था।
विकल्प (d) गलत है: स्थायी बंदोबस्त और जमींदारी प्रणाली एक ही भूमि राजस्व प्रणाली है, इसलिए, यह सही उत्तर नहीं है।