wiz-icon
MyQuestionIcon
MyQuestionIcon
1
You visited us 1 times! Enjoying our articles? Unlock Full Access!
Question

Q. In the context of the Indian puppetry, consider the following statements:

Which one of the following types of puppetry has been referred to in the above statements?

Q. भारतीय कठपुतली के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:

उपरोक्त कथनों में निम्नलिखित में से किस प्रकार की कठपुतली का उल्लेख किया गया है?


A

Putul Nautch
पुतुल नच
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
B

Yampuri
यमपुरी
Right on! Give the BNAT exam to get a 100% scholarship for BYJUS courses
C

Ravanchhayya
रवांछैया
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
D

Pavakoothu
पावाकुथु
No worries! We‘ve got your back. Try BYJU‘S free classes today!
Open in App
Solution

The correct option is B
Yampuri
यमपुरी

Explanation:

Option (a) is incorrect: The traditional rod puppet form of West Bengal is known as Putul Nautch. These puppets have mostly three joints. The heads, supported by the main rod, are joined at the neck and both hands attached to rods are joined at the shoulders.

Option (b) is correct: The traditional Rod puppet of Bihar is known as Yampuri. These puppets are made of wood. Unlike the traditional Rod puppets of West Bengal and Orissa, these puppets are in one piece and have no joints. As these puppets have no joints, the manipulation is different from other Rod puppets and requires greater dexterity.

Option (c) is incorrect: The most theatrically exciting is the Ravanachhaya of Orissa. The puppets are made of deer skin and are conceived in bold dramatic poses. The puppets are in one piece and have no joints. They are not coloured, hence throw opaque shadows on the screen. The manipulation requires great dexterity, since there are no joints.

Option (d) is incorrect: In Kerala, the traditional glove puppet play is called Pavakoothu. It came into existence during the 18th century. In Pavakoothu, the height of a puppet varies from one foot to two feet. The head and the arms are carved of wood and joined together with thick cloth, cut and stitched into a small bag.

व्याख्या :

विकल्प (a) गलत है: पश्चिम बंगाल की पारंपरिक छड़ी कठपुतली रूप पुतुल नच के रूप में जाना जाता है। इन कठपुतलियों में अधिक से अधिक तीन जोड़ होते हैं। मुख्य छड़ में सिर, गर्दन में शामिल हो जाते हैं और दोनों हाथों की छड़ें कंधों पर जुड़ जाती हैं।

विकल्प (b) सही है: बिहार के पारंपरिक छड़ कठपुतली को यमपुरी के नाम से जाना जाता है। ये कठपुतली लकड़ी से बनी होती हैं। पश्चिम बंगाल और उड़ीसा की पारंपरिक छड़ कठपुतलियों के विपरीत, ये कठपुतलियाँ एक टुकड़े में होती हैं और इनमें कोई जोड़ नहीं होता है। चूंकि इन कठपुतलियों में कोई जोड़ नहीं होता है, इसकी हस्तकौशल अन्य छड़ कठपुतलियों से अलग होती है और इसके लिए अधिक निपुणता की आवश्यकता होती है।

विकल्प (c) गलत है: सबसे नाटकीय रूप से रोमांचक उड़ीसा की रावणछाया है। ये कठपुतलियाँ हिरण की खाल से बनी होती हैं और बोल्ड ड्रामेटिक पोज़ में बनाई जाती हैं। ये कठपुतलियाँ एक टुकड़े में होती हैं और उनमें कोई जोड़ नहीं होता है। ये रंगीन नहीं हैं, इसलिए स्क्रीन पर अपारदर्शी छाया डालती हैं। इनके हस्तकौशल के लिए बड़ी निपुणता की आवश्यकता होती है, क्योंकि इनमे कोई जोड़ नहीं होता हैं ।

विकल्प (d) गलत है: केरल में, पारंपरिक दस्ताने वाली कठपुतली के खेल को पवाकुथु कहा जाता है। यह 18 वीं शताब्दी के दौरान अस्तित्व में आयी। पावाकुथु में, एक कठपुतली की ऊंचाई एक फीट से दो फीट तक भिन्न-भिन्न होती है। इसके सिर और हाथ नक्काशीदार लकड़ी के होते हैं और एक मोटे कपड़े के साथ जुड़ जाते हैं और एक छोटे बैग में सिले जाते हैं।


flag
Suggest Corrections
thumbs-up
0
similar_icon
Similar questions
View More
Join BYJU'S Learning Program
similar_icon
Related Videos
thumbnail
lock
Humans and Animals
SCIENCE
Watch in App
Join BYJU'S Learning Program
CrossIcon