The correct option is C
1 and 3 only
केवल 1 और 3
Explanation:
Statement 1 is correct: According to the Salt Act of 1882, only the British government in India could manufacture, collect and sell salt. This is called a monopoly. Actually, salt can be manufactured by evaporating sea water, and many Indians living along the coast have been doing so for ages. The British, however, made this a criminal offence and forced people to buy it at high prices. Thus, Dandi march targeted salt manufacturing.
Statement 2 is incorrect: The Indian National Congress, on 19 December 1929, passed the historic ‘Purna Swaraj’ (total independence) resolution at its Lahore session. A public declaration was made on 26 January 1930 – a day which the Congress Party urged Indians to celebrate as ‘Independence Day’. The declaration was passed due to the breakdown of negotiations between leaders of the freedom movement and the British over the question of dominion status for India. It was only after the declaration of purna swaraj that Mahatma Gandhi decided to launch the Civil Disobedience movement by breaking salt law.
Statement 3 is correct: On May 21, the poet Sarojini Naidu led 2,500 marchers on the Dharasana Salt Works, some 150 miles north of Bombay. Several hundred British-led Indian policemen met them and viciously beat the peaceful demonstrators. Matangini Hazra (1869-1942) was an Indian revolutionary who was shot dead by the British Indian police on September 29, 1942. She was affectionately known as Gandhi buri, Bangla for old lady Gandhi. In 1932, she took part in the Non-Cooperation Movement and was arrested for breaking the Salt Act.
व्याख्या:
कथन 1 सही है: 1882 के नमक अधिनियम के अनुसार, भारत में केवल ब्रिटिश सरकार नमक का निर्माण, संग्रहण और बिक्री कर सकती थी। इसे एकाधिकार कहा जाता है। दरअसल, समुद्री जल को वाष्पित करके नमक का निर्माण किया जा सकता है, और तट के किनारे रहने वाले कई भारतीय सदियों से ऐसा कर रहे हैं। हालाँकि, अंग्रेजों ने नमक बनाना अपराध घोषित कर दिया और लोगों को इसे उच्च कीमतों पर खरीदने के लिए मजबूर किया। इस प्रकार, दांडी मार्च का लक्ष्य नमक निर्माण था।
कथन 2 गलत है: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 19 दिसंबर 1929 को अपने लाहौर अधिवेशन में ऐतिहासिक 'पूर्ण स्वराज' का प्रस्ताव पारित किया। 26 जनवरी 1930 को एक सार्वजनिक घोषणा की गई - यह एक ऐसा दिन था, जिसे कांग्रेस पार्टी ने भारतीयों से 'स्वतंत्रता दिवस' के रूप में मनाने का आग्रह किया था। स्वतंत्रता आंदोलन के नेताओं और अंग्रेजों के बीच भारत के अधिराज्य (Dominion Status) के मुद्दे पर वार्ता के टूटने के कारण यह घोषणा की गई थी। पूर्ण स्वराज की घोषणा के बाद ही महात्मा गांधी ने नमक कानून द्वारा सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू करने का फैसला किया।
कथन 3 सही है: 21 मई को कवि सरोजिनी नायडू ने बंबई से लगभग 150 मील उत्तर में, धरसना नमक वर्क्स पर 2,500 लोगों के साथ मार्च किया। ब्रिटिश-नेतृत्व वाले सैकड़ों भारतीय पुलिस कर्मियों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को बुरी तरह पीटा। मातंगिनी हाजरा (1869-1942) एक भारतीय क्रांतिकारी थीं, जिनकी 29 सितंबर, 1942 को ब्रिटिश भारतीय पुलिस ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उन्हें स्नेहपूर्वक 'बूढी गांधी' कहा जाता था, उन्होंने असहयोग आंदोलन में भाग लिया और नमक अधिनियम को तोड़ने के लिए उन्हें गिरफ्तार किया गया था।