Q. मध्यकालीन भारत के संदर्भ में खुद-काश्त, मुजरियान, असामी इत्यादि शब्द ग्रामीण समाज के किस वर्ग को संदर्भित करते थे?
A
ग्रामीण जादूगर
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B
कृषक
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C
शिल्पकार
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D
ग्राम अधिकारी
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Solution
The correct option is B
कृषक व्याख्या:
मुगल काल के भारतीय-फारसी स्रोत कृषकों के लिए सामान्यतः रैयत (बहुवचन में रिआया) या मुजरियान शब्द का प्रयोग करते थे। इसके अतिरिक्त किसान या असामी शब्दों का भी उपयोग किया जाता था।
सत्रहवीं शताब्दी के स्त्रोत दो प्रकार के किसानों को संदर्भित करते हैं - खुद-काश्त और पाहि-काश्त। पहले प्रकार के किसान वो थे जो उसी गाँव में ही रहते थे जिनमें उनकी जमीनें थी। दूसरे (पाहि-काश्त) वे खेतिहर थे जो दूसरे गाँवों से ठेके पर कृषि करने के लिए आते थे। लोग अपनी पसंद से पाहि-काश्त बनते थे (मसलन, यदि करों की शर्तें किसी दूसरे गाँव में बेहतर मिलें) और मजबूरन भी (मसलन, अकाल या भुखमरी के पश्चात उत्पन्न आर्थिक संकट के कारण)।